झोलाछाप डॉक्टर इलाज से बालिका की मौत

पेट दर्द की शिकायत के बाद झोलछाप डाक्टर से इलाज कराने से दो बालिकाओं की हालत बिगड़ गई;

Update: 2018-07-16 13:55 GMT

बिलासपुर। पेट दर्द की शिकायत के बाद झोलछाप डाक्टर से इलाज कराने से दो बालिकाओं की हालत बिगड़ गई। सिम्स लाते समय एक की मौत हो गई और दूसरी बालिका का उपचार चल रहा है।

चिल्हाटी से लगे ग्राम खैरा के केशव प्रसाद कुर्रे ने बताया कि उसकी दो लड़की रेणुका कुर्रे 12 वर्ष, रितिका 8 वर्ष आज सुबह घर में नाश्ते में भजिया खाई उसके बाद दोनों ने चाय पी पिया। उसके बाद अचानक रेणुका की तबियत बिगड़ने लगी। जिस पर उसे तुरंत गंाव के फरहदा चौक स्थित क्लिनिक लेकर गये। जहंा डाक्टर ने उसे 2 इंजेक्शन लगाये। और एक ग्लुकोज का बाटल चढ़ाया। उसके बाद उसकी तबियत और बिगड़ने लगी। डाक्टर ने एंबुलेंस बुलाकर सिम्स भेजने की तैयारी की। उसी समय घर वालों ने रितिका की तबियत बिगड़ने पर उसे भी झोलाछाप डाक्टर के पास लाये जहंा उसे भी डाक्टर ने इंजेक्शन लगाया। इससे उसकी भी तबियत बिगड़ गई। तब तक एंबुलेंस आ चुकी थी। जिसमें दोनों बच्चियों को सिम्स भेजा गया। जहंा रास्ते में ही बड़ी बेटी रेणुका ने दम तोड़ दिया। सिम्स में डाक्टरों ने उसे देखने के बाद मृत घोषित कर दिया। वही रितिका की हालत गंभीर होने पर उसे चिल्डर्न वार्ड में वेंटीलेटर पर रखा गया है। जहंा उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
 

स्वास्थ्य विभाग बेपरवाह
झोलाछाप डाक्टर के इलाज के बाद एक बच्ची की मौत हो जाने व एक बच्ची की हालत गंभीर बनी होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग कुंभकर्णी नींद में है। सूचना मिलने के बाद भी विभाग की टीम फरहदा नहीं पहुंची।
 

 झोलाछाप डॉक्टरों की क्लिनिक गुलजार
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी गांवों में झोलाछाप डाक्टरों की दुकान बंद कराने का स्पष्ट निर्देश था। उसके बाद भी गांवों में झोलाछाप डाक्टर अपनी क्लीनिक चला रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम झोलाछाप डाक्टरों पर नियंत्रण लगाने में नाकाम है।

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