धूमधाम से मनाया गया गौर पूर्णिमा महोत्सव, नौका विहार रहा आकर्षण का केन्द्र
कार्यक्रम के दौरान हरिकीर्तन के साथ चैतन्य महाप्रभु के आदर्श को किया प्रसारित;
ग्रेटर नोएडा। इस्कान मंदिर ग्रेटर नोएडा की तरफ से गौर पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन अल्फा-दो, लेबर चैक पर आयोजित किया गया है, जिसमें दूसरे दिन भगवत भजन के साथ भगवान का नौका विहार आयोजित किया गया, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा। कार्यक्रम स्थल पर एक कुंड बनाया गया और सुन्दर पुष्प-रंगोली से सजाया गया था, जिसमें पुष्प बहुत ही रहस्मय तरीके से जल के ऊपर तैरते हुए अभिकल्पित रचना बन गया था।
इस वर्ष की रचना में गुलाब की पंखुड़ियों के बीच इस्कॉन के प्रतिक-चिन्ह में बने कमल तथा तिलक के प्रतिरूप को दर्शाया गया था। नौका विहार के दौरान भगवान के छप्पन भोग लगाए थे, इस दौरान कीर्तन मण्डली द्वारा लगातार कीर्तन जारी रहा और लोग भगवान पर पुष्पों की वर्षा करते हुए आनन्द की अनुभूति कर रहे थे।
विहार करते हुए राधा कृष्ण हर किनारे पर पहुंचकर भोग को स्वीकार कर रहे थे, इसी के साथ भक्तों में प्रसाद का वितरण भी चल रहा था। अतुल्य कृष्ण दास ने बताया कि यह वार्षिक आयोजन इस्कॉन मंदिर की तरफ से किया गया, जिसमें पवित्र नाम का कीर्तन, भगवान का भव्य अभिषेक और गौर कथा आकर्षण रहा है।
मोहत्सव का विशेष आकर्षण भगवान का नौका विहार है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण एवं राधारानी को नौका में विराजमान करके उत्सव मनाया गया, इसके लिए एक विशेष कुंड बनाया था। इस अवसर पर विशेष रुप में परम पूज्य लोकनाथ स्वामी महाराज ने अपने आशीर्वाद से लोगों को कृतार्थ किया, जो वे इस्कॉन के संस्थापकाचार्य श्रीमद् ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद के वरिष्ठ सन्यासी शिष्य हैं।
इस दौरान करीब 500 वर्ष पहले प्रकट हुए चैतन्य महाप्रभु के जीवन पर भी प्रकाश डाला गया। अतुल कृष्ण दास ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज के लोगों को आध्यात्मिक तरफ लाना है, उसी के लिए यज्ञ किया जा रहा है।
इस दौरान स्वरूपा नन्द, महामुनि, अचिन्त्य गोविन्द सहति सैकड़ों भक्त मौजूद रहे, जो कार्यक्रम के व्यवस्था में शामिल थे। अंत में सभी को भगवान का प्रसाद वितरण किया गया, जिसे लोगों ने बहुत ही प्रेम से ग्रहण किया।