भारत संग मुक्त व्यापार समझौता वार्ता बहाल होगी : आस्ट्रेलिया

नई दिल्ली ! भारत में आस्ट्रेलिया की उच्चायुक्त हरिंदर सिद्धू ने दोनों देशों के रिश्ते को भविष्य का रिश्ता बताते हुए कहा है;

Update: 2017-02-10 21:23 GMT

नई दिल्ली !   भारत में आस्ट्रेलिया की उच्चायुक्त हरिंदर सिद्धू ने दोनों देशों के रिश्ते को भविष्य का रिश्ता बताते हुए कहा है कि दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रही मुक्त व्यापार समझौता वार्ता ठप नहीं है, मतभेद वाले बिंदुओं को सुलझाया जा रहा है, वार्ता का नया दौर इस वर्ष शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने आशा जाहिर की कि वार्ता के सकारात्मक परिणाम निकलेंगे।

सिद्धू ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता का समर्थन करते हुए कहा कि आस्ट्रेलिया ने खुलकर इस समूह में भारत के प्रवेश का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच यूरेनियम आपूर्ति समझौता होने के बाद आस्ट्रेलिया की निजी क्षेत्र की कंपनियां भारत को शांतिपूर्ण कार्यो के लिए यूरेनियम आपूर्ति में काफी दिलचस्पी दिखा रही हैं।

उन्होंने कहा, "2016 में कानून बन चुका है और सरकार की तरफ से कोई बाधा नहीं है। उम्मीद की जानी चाहिए कि यह प्रणाली जल्द ही तय हो जाएगी और निजी क्षेत्र यूरेनियम निर्यात शुरू कर देगा।" यह पूछे जाने पर कि क्या इस वर्ष निर्यात शुरू हो सकता है? उन्होंने कहा कि यह काम अब निजी क्षेत्र का है, और उम्मीद है कि निजी क्षेत्र अपनी प्रक्रिया जल्द पूरी कर निर्यात शुरू कर सकेगा।

भारत में एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुकीं सिद्धू ने विशेष बातचीत में कहा, "दोनों देश ऐसी समझदारीभरा संबंध विकसित करें, जो कि अनूठा हो और जिस पर दुनिया में होने वाले किसी भी बदलाव का असर नहीं हो।"

सिद्धू भारत में भारतीय मूल की दूसरी आस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त हैं। इससे पूर्व पीटर वर्गीज भारत में भारतीय मूल के आस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त थे, जिनके माता-पिता केरल से आस्ट्रेलिया जा बसे थे। भारतीय जड़ों से जुड़ीं सिद्धू के माता-पिता पंजाब से आट्रेलिया गए थे।

उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया विश्व परिदृश्य में भारत की बढ़ती पैठ का स्वागत करता है। उच्चायुक्त ने कहा, "दोनों देशों के बीच उच्चस्तरीय संपर्क पिछले वर्ष बढ़ा है। अनेक शीर्ष भारतीय नेताओं की पिछले वर्ष आस्ट्रेलिया यात्रा के बाद इस वर्ष अनेक वरिष्ठ आस्ट्रेलियाई मंत्री भारत आएंगे।"

कुछ वर्ष पूर्व आस्ट्रेलिया में भारतीय विद्यार्थियों पर हुए हमलों के संदर्भ में उन्होंने कहा, "आस्ट्रेलिया दुनिया का सबसे सुरक्षित देश है। अधिकांश हमलों के पीछे आपराधिक वजह थी, कुछ मामले नस्लीय हिंसा से भी जुड़े हैं। इन घटनाओं के बाद भारतीय विद्यार्थियों को भी सुनसान क्षेत्रों के बजाय सुरक्षित क्षेत्रों में ही जाने की सलाह दिए जाने के साथ ही पुलिस को भी संवेदनशीलता बरतने की सलाह दी गई।"

उन्होंने कहा, "पंरपरागत सहयोग वाले क्षेत्रों के साथ ही अब जल प्रबंधन, पर्यावरण जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया जा रहा है। दोनों देश हिंद महासागर रिम में सहयोग बढ़ा रहे हैं, नीली अर्थव्यवस्था में दोनों देशों की समान दिलचस्पी है और इस क्षेत्र में दोनों सहयोग बढ़ा रहे हैं। आतंकवाद पर दोनों देश मिल कर काम कर रहे हैं। पिछले दिसंबर में इस पर गठित संयुक्त कार्य दल की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, ताकि आतंकवाद से प्रभावी ढग से निबटा जा सके।"

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