यमुना एक्सप्रेस-वे पर गूगल से मिलेगी कोहरे की जानकारी
यमुना एक्सप्रेस-वे पर तेज रफतार व कोहरे के कारण हो रहे हादसे को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का फैसला लिया है;
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर तेज रफतार व कोहरे के कारण हो रहे हादसे को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का फैसला लिया है। मौसम की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एक्सप्रेस-वे को गूगल मैप से इंटीग्रेटेड करने का फैसला लिया है।
गूगल से मोबाइल व जीपीएस लगे वाहनों चालकों को घने कोहरे के बारे में जानकारी मिल जाएगी। एक्सप्रेस-वे पर आगरा व ग्रेटर नोएडा दोनों तरफ से एक-एक पुलिस चौकी बनेगी। इसके लिए जमीन चिन्हित करने का काम शुरू हो गया है। तेज रफ्तार में चलने वाले वाहनों का ऑनलाइन चालान करने का फैसला लिया गया है। इसके लिए ग्रेटर नोएडा-नोएडा एक्सप्रेस-वे लगे ट्रैफिक सिस्टम मैनेजमेंट से इंटीग्रेटेड किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे के लिए बने ट्रैफिक कंट्रोल रूम में नोएडा के ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से सोमवार तक जोड़ दिया जाएगा।
इस पर जो खर्च आएगा उसका भुगतान जेपी इंफ्राटेक करेगा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर हो रहे हादसे व सुरक्षा को लेकर प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरूणवीर सिंह ने गौतबुद्धनगर, मथुरा, आगरा, अलीगढ़ आदि जिलों के एसपी ट्रैफिक व एआरटीओ और जेपी इंफ्राटेक के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक की। यमुना एक्सप्रेस-वे पर लगे पीटीजेड कैमरों के साथ स्टैटिक कैमरा लगाने का निर्णय लिया गया। एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार के कारण ज्यादा हादसे होते है। तेज रफ्तार में चलने वाले वाहनों का आन लाइन चालान करने का फैसला लिया गया है।
इसके लिए एक्सप्रेस-वे के कट्रोल रूम में नोएडा के ट्रैफिक सिस्टम मैनेमेंट कंट्रोल से जोड़ा जाएगा। टोल प्लाजा पर लगे पब्लिक एर्ड्रेस सिस्टम को टोला प्लाजा के साथ जन सुविधा केंद्रो पर लगाया जाएगा। आगरा व ग्रेटर नोएडा में एक्सप्रेस-वे के शुरुआत पर दोनों तरफ पुलिस चौकियों का निर्माण किया जाएगा। पुलिस चौकी के लिए जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई। सीईओ डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि पुलिस चौकी होने से वाहनों चालकों का जागरूक करने में पुलिस की भी मदद ली जाएगी। हर टोल प्लाजा पर 24 घंटे पुलिस की मौजदूगी सुनिश्चित की गई है।
तेज रफ्तार में चलने वाले जिन वाहन चालकों को चालान व ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जाता है उसकी जानकारी पूरे देश के एआरटीओ कार्यालय पर उपलब्ध है इसके लिए एक ऐप तैयार किया जाएगा। जिनके माध्यम से आन लाइन चालान का पैसा भी जमा किया जाए सके। एक्सप्रेस-वे पर वाहन चालकों को मौसम की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कंप्यूटर तकनीक का भी सहारा लिया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे का गूगल मैप से इंटीग्रेट करने का फैसला लिया गया है।जिससे वाहनों चालकों को जानकारी मिल सके कि कितना घना कोहरा है। समय रहते कोहरे की जानकारी मिलने पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो सके।