जिला जेल में महिला बंदियों से मिलीं महिला आयोग अध्यक्ष
एक दिवसीय प्रवास पर कोरबा पहुंची राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने श्रोत उज्जवला होम का औचक निरीक्षण किया;
कोरबा। एक दिवसीय प्रवास पर कोरबा पहुंची राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने श्रोत उज्जवला होम का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं का पुनर्वास होना चाहिए, महिलाओं को आत्मनिर्भर, स्वाभिमानी होने की आवश्यकता है। उन्होंने जिला जेल का भी औचक निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती हर्षिता पाण्डेय ने जिला जेल में महिला सेल एवं उज्जवला गृह का किया औचक निरीक्षण कर यहां निरुद्ध महिला कैदियों से उन्हें मिल रही सुविधाएं, विधिक सहायता संबंधी जानकारी ली। औचक निरीक्षण में पाया कि दो बच्चे भी एक महिला कैदी के साथ जेल में हैं, जिनके लिए झूलाघर, स्वास्थ्य एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था हेतु निर्देश दिया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी को निर्देशित किया कि उक्त बच्चों का होम स्टडी रिपोर्ट एक माह के अंदर सबमिट कर अनुशंसा करें कि बच्चों का कहां रखा जाना श्रेयकर होगा। साथ ही यहां रह रही समस्त महिला विचाराधीन बंदियों की प्रशिक्षण, वेशभूषा, स्वास्थ्य सुविधा संबंधी प्रभावी अनुशंसा शासन द्वारा किए जाने व महिलाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण देने की भी बात कही ताकि महिलाओं का भविष्य सुरक्षित हो सके।
जेल निरीक्षण के समय जेल अधीक्षक कोमल लाल देशमुख उपस्थित रहे।
इसी कड़ी में आयोग अध्यक्ष ने उज्जवला गृह का निरीक्षण कर यहां रह रही महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं, प्रशिक्षण एवं पुनर्वास के प्रभावी क्रियान्वन हेतु संचालक को निर्देशित किया। कार्यरत कर्मचारियों को परामर्श कौशल प्रशिक्षण एवं उज्जवला गृह के प्रसार-प्रचार हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास को निर्देशित किया ताकि जिले की जरूरतमंद महिलाओं को उज्जवला गृह में आश्रय मिल सके। निरीक्षण के दौरान राज्य महिला आयोग के सचिव आर जे कुशवाहा एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद प्रकाश किस्पोट्टा उपस्थित रहे।