भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान की हालत थी खराब, मुनीर ने कहा हमें अल्लाह ने बचा लिया

भारत के साथ मई में हुए चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के बारे में बोलते हुए, मुनीर ने कहा कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान की हार के दौरान उनकी सेना को अल्लाह की मदद मिली थी।;

Update: 2025-12-22 05:42 GMT

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के रक्षा प्रमुख, फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने दावा किया है कि मई में भारत के साथ सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को अल्लाह की मदद मिली थी। पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिन्दूर के तहत पाकिस्तान के अंदर कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया था और पाक सेना के उकसावे का भी माकूल जवाब दिया था।

मुनीर उसी हारे हुए सैन्य संघर्ष की बात कर रहे हैं। उन्होंने अफगानिस्तान में बैठे तालिबान को कहा है कि या तो वह पाकिस्तान को चुने या फिर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में सीमा पार से घुसपैठ करने वाले अधिकांश आतंकवादी समूहों में अफगान नागरिक शामिल हैं।

पाकिस्तान को मिली थी अल्लाह की मदद- मुनीर

भारत के साथ मई में हुए चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के बारे में बोलते हुए, मुनीर ने कहा कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान की हार के दौरान सशस्त्र बलों को अल्लाह की मदद मिली थी। उन्होंने कहा कि हमले अल्लाह की मदद को देखा और उसे महसूस किया।

मुनीर ने पाकिस्तान और 1,400 साल पहले अरब क्षेत्र (आज का सऊदी अरब) में पैगंबर द्वारा स्थापित राज्य के बीच समानताओं का भी दावा किया। फील्ड मार्शल ने कहा कि दुनिया में 57 इस्लामी देश हैं और उनमें से "हल्लाह ने हमें हरमैन शरीफैन (मक्का और मदीना का एक संदर्भ) के रक्षक होने का सम्मान दिया है।"

गौरतलब है कि भारत ने पहलगाम हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए 7 मई को ऑपरेशन सिन्दूर शुरू किया। पहलगाम हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। भारत के जवाबी हमलों के कारण दोनों देशों के बीच चार दिनों तक तीव्र झड़पें हुईं और 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने की सहमति के साथ समाप्त हुई।

मुनीर बोले- इस्लामी देशों में पाकिस्तान का खास दर्जा

अपने भाषण में मुनीर ने धार्मिक बातों पर जोर देते हुए पाकिस्तान की तुलना 1400 साल पहले पैगंबर मोहम्मद द्वारा स्थापित इस्लामी राज्य से की। उन्होंने कुरान की आयतें पढ़ीं और कहा कि इस्लामी दुनिया में पाकिस्तान को खास दर्जा मिला है।

मुनीर ने कहा कि दुनिया में 57 इस्लामी देश हैं, लेकिन अल्लाह ने पाकिस्तान को हरमैन शरीफैन यानी मक्का और मदीना की हिफाजत का सम्मान दिया है।

कहा- अफगानिस्तान TTP और पाकिस्तान में से एक को चुने

मुनीर ने पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा हालात पर भी बात की और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार से कहा कि वह पाकिस्तान और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) में से किसी एक को चुने।

मुनीर का आरोप है कि पाकिस्तान में घुसपैठ करने वाले TTP के आतंकियों में करीब 70% अफगान हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या पाक नागरिकों के खून के लिए अफगानिस्तान जिम्मेदार नहीं है।

मुनीर ने यह भी कहा कि किसी इस्लामी देश में जिहाद का ऐलान करने का अधिकार सिर्फ उस देश को होता है। बिना सरकार की इजाजत कोई फतवा जारी नहीं कर सकता।

उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान की ज्यादातर आंतरिक समस्याओं के लिए अफगानिस्तान से आए हुए लोग जिम्मेदार हैं।

आसिम मुनीर पहले भी कट्टरपंथी बयान दे चुके हैं

आसिम मुनीर पहले भी कई बार कट्टरपंथी बयान दे चुके हैं। उन्होंने इसी साल अप्रैल में कहा था कि पाकिस्तान की नींव कलमे (इस्लाम धर्म का मूल मंत्र) पर रखी गई है। हम हर मामले में हिंदुओं से अलग हैं। हमारा धर्म अलग है, हमारे रीति-रिवाज अलग हैं। हमारी संस्कृति और सोच अलग है। यही टू-नेशन थ्योरी की नींव थी।

हमारे पूर्वजों ने सोचा कि हम हिंदुओं से अलग हैं। हमारी सोच, हमारी महत्वाकांक्षाएं अलग हैं। इसी वजह से हम दो देश हैं, एक देश नहीं हैं। इस देश के लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया है। हम जानते हैं कि इसकी रक्षा कैसे करनी है।

जनरल मुनीर ने कहा था- आज तक सिर्फ दो रियासतों की बुनियाद कलमे पर पड़ीं। पहली रियासत-ए-तैयबा, क्योंकि तैयबा को हमारे नबी (मोहम्मद साहब) ने नाम दिया था। आज उसे मदीना कहते हैं। वहीं, दूसरी रियासत 1300 साल बाद अल्लाह ने पाकिस्तान बनाई।

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