रेशम उद्योग से किसानों को जोड़ा जायेगा​​​​​​​

 केन्द्रीय रेशम विकास योजना के तहत उत्तर प्रदेश के पांच जिलों के 750 किसानों को कैटेलेटिक प्लांट के तहत शहतूत के पेड़ लगाकर कीट पालन का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।;

Update: 2018-02-24 15:28 GMT

बस्ती। केन्द्रीय रेशम विकास योजना के तहत उत्तर प्रदेश के पांच जिलों के 750 किसानों को कैटेलेटिक प्लांट के तहत शहतूत के पेड़ लगाकर कीट पालन का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।

आधिकारिक सूत्रो ने आज यहां बताया है कि इस महत्वाकांक्षी योजना में प्रदेश के बस्ती, बहराइच, गोण्डा, कुशीनगर तथा लखीमपुर जिले का चयन किया गया है।

प्रत्येक जिले में 150 किसानो का चयन तीन सदस्यीय टीम द्वारा किया जायेगा। इसमें केन्द्र सरकार, प्रदेश सरकार, के एक-एक प्रतिनिधि और क्षेत्रीय फार्म प्रभारी शामिल होंगे।

किसानों के नाम का प्रस्ताव ग्राम पंचायत के खुली बैठक से आयेगा। एक एकड़ में शहतूत के पौधे लगाये जायेगे।

उन्होने बताया कि इसे विकसित करने के लिए सरकार द्वारा दो लाख 15 हजार रूपये की लागत से योजना का संचालन किया जायेगा।

लाभार्थी को एक लाख 50 हजार रूपया अनुदान मिलेगा। इस योजना के तहत प्रदेश सरकार द्वारा 60 प्रतिशत तथा केन्द्र सरकार द्वारा 40 प्रतिशत धन दिया जायेगा।

 

Tags:    

Similar News