किसान यूनियन के अध्यक्ष समेत 200 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
कानून व्यवस्था को बाधित करने तथा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाकर यातायात को अवरुद्ध करने के आरोप में बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत 200 किसानों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया;
महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा में कानून व्यवस्था को बाधित करने तथा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाकर यातायात को अवरुद्ध करने के आरोप में बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत 200 किसानों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक वंशराज यादव ने आज बताया कि गत 19 सितम्बर को कुलपहाड़ कस्बे में बुंदेलखंड किसान यूनियन के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में किसानों ने निषेधाज्ञा तोड़कर धरना प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांग थी कि समूचे विंध्य क्षेत्र काे सूखाग्रस्त घोषित किया जाय। उनका कहना था कि सूखे के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गयी है। किसानों को मुआवजा दिया जाय। उन्होंने बताया कि यूनियन के अध्यक्ष समेत 200 किसानों के खिलाफ कल मुकदमा दर्ज किया गया है। यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा के नेतृत्व में आंदोलनकारियों ने बाद में झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर यातायात बाधित किया।
करीब पांच घंटे तक चले किसानों के बवाल के दौरान राजमार्ग में सैकड़ो की संख्या में वाहन फंसे रहे जिससे लोगो को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। यादव ने बताया कि कानून व्यवस्था को प्रभावित करने के आरोप में बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा, प्रदेश महासचिव अखिलेश रावत, प्रवक्ता धर्मसिंह सेंगर समेत 200 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई से किसानों में रोष है। यूनियन के प्रदेश महासचिव अखिलेश रावत ने आज एक बयान में इसके खिलाफ किसानों का शीघ्र बड़ा आंदोलन छेड़े जाने की घोषणा की है।