उत्तर प्रदेश में ओला वृष्टि से फसल को हुये नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने पर किसान ने किया आत्मदाह

उत्तर प्रदेश में आपदा प्रभावित बुंदेलखंड के महोबा क्षेत्र में एक किसान ने ओला वृष्टि से फसल को हुये नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने से क्षुब्ध होकर आत्मदाह कर लिया;

Update: 2018-03-08 13:47 GMT

महोबा। उत्तर प्रदेश में आपदा प्रभावित बुंदेलखंड के महोबा क्षेत्र में एक किसान ने ओला वृष्टि से फसल को हुये नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने से क्षुब्ध होकर आत्मदाह कर लिया।

पुलिस उप अधीक्षक जितेंद्र दुबे ने बताया कि कल देर शाम यहां सदर कोतवाली के करहरा कलां निवासी किसान ठाकुरदास अहिरवार(45) ने अपने कच्चे मकान की अटारी में पहुंचकर शरीर पर केरोसिन उड़ेलकर आग लगा ली।

घटना के समय घर परिवार के अन्य लोग अपने काम काज में व्यस्त थे। चारा भूसा से भरी अटारी में एकाएक आग भड़कने और मकान से लपटें उठती देख आसपास के ग्रामीणों एवं परिजनों ने आग पर काबू पाया लेकिन तब तक आग में बुरी तरह से झुलस जाने के कारण ठाकुर दास की मृत्यु हो गयी।

मृतक की पत्नी सुभद्रा ने किसान के आत्महत्या के पीछे कारण पिछले दिनों ओला वृष्टि में चौपट फसल का मुआवजा नहीं मिलने की बात कही है। रबी की फसल से उसके परिवार की साल भर की भोजन व्यवस्था का प्रबंध होने के लिए खासा आशान्वित था, लेकिन ओलों की बरसात ने उसके अरमानो को धूल में मिला दिया।

ओला पीड़ितों को शासन द्वारा प्रदान की गई आर्थिक मदद भी मृतक किसान को तहसील के अनेक बार चक्कर काटने के बाद भी नही मिली। वह बेहद खराब आर्थिक स्थिति से गुजर रहा था। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक किसान के शव को अपने कब्जे में लिया है तथा पोस्ट मार्टम के लिए भेज मामले में जांच शुरू की है।

अपर जिलाधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि मुआवजा नहीं मिलने के कारण किसान द्वारा आत्महत्या कर लेने की घटना का पता चलने पर प्रकरण में राजस्व विभाग से रिपोर्ट तलब की गई है। तहसीलदार को मोके पर भेजा गया है और मृतक के परिवार को राशन सामग्री समेत सभी जरूरी सहायता तत्काल मुहैया कराने के निर्देश दिए गए।

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