भाजपा के कारण विश्वविद्यालयों की गरिमा में आई गिरावट : अखिलेश
सपा अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज आरोप लगाया कि केन्द्र में भाजपा के गठन के बाद शैक्षिक वातावरण प्रदूषित हुआ है और विश्वविद्यालयों की गरिमा में गिरावट आयी है;
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज आरोप लगाया कि केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठन के बाद शैक्षिक वातावरण प्रदूषित हुआ है और विश्वविद्यालयों की गरिमा में गिरावट आयी है।
छात्रों-युवाओं के एक दल से मुलाकात के दौरान श्री यादव ने आज यहां विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई और कहा कि परिसर में सुरक्षा के साथ पठन-पाठन का स्वतंत्र एवं स्वस्थ वातावरण रहना चाहिए।
भाजपा की सरकारें आरएसएस की विचारधारा थोपने की कोशिश में हैं जिससे विश्वविद्यालय में अराजकता और छात्र असंतोष व्याप्त है।
उन्होने कहा कि असहमति की आवाज को दबाने की कोशिश से छात्रों का मनोबल कुचलने की साजिश है। जबसे केन्द्र में भाजपा की सरकार बनी है शिक्षा संस्थानों का शैक्षिक वातावरण प्रदूषित होने लगा है।
विश्वविद्यालयों की गरिमा में गिरावट आ गई है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि नौजवान ही हमेशा व्यवस्था परिवर्तन का वाहक बनता है।
लोक क्रांति की वही अगुवाई करता हैं। उन्होंने कहा सन् 2019 में परिवर्तन का अवसर मिलेगा। नौजवान अभी से तैयारी करते रहें। छात्र अपने पठन पाठन पर ध्यान रखें और अन्याय के विरूद्ध आवाज भी उठाते रहे।
इस तरह छात्रों, नौजवानों को अपनी दोहरी भूमिका के लिए तैयार रहना है।
पूर्व मुख्यमंत्री से भेंट करने वालों में प्रमुख थे जेएनयू के दिलीप यादव, दिल्ली यूनिवर्सिटी के अमन यादव, एमिटी के श्री धर्मवीर सिंह यादव, आईआईटी के अमित एवं रवि प्रकाश, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के राम करन निर्मल, मो0 आजम खान, जयवीर सिंह, राघवेन्द्र सिंह, देवेन्द्र माथुर, जितेन्द्र सरोज, प्रमोद यादव, अवनीश सिंह, अजय सिंह, अमरेन्द्र आर्य, सचिन वत्स, ओम बिंद एवं अमित माथुर और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रवीन्द्र कुमार समेत कई नौजवान शामिल थे।