मुंबई: टीवी की जानी-मानी अभिनेत्री शिल्पा शिंदे, जिन्होंने करीब दस साल पहले मशहूर धारावाहिक 'भाभीजी घर पर हैं 2.0' से अपनी पहचान बनाई थी, अब फिर से इस शो में लौट आई हैं। उनके लौटने की खबरें बीते दिनों चर्चा में रही हैं, खासकर जब उनके शो से हटने के कारणों और विवादों ने सुर्खियां बटोरी थीं। इस बार उन्होंने अपने अनुभव, बदलाव, और भविष्य की योजनाओं पर खुलकर बात की है। आइए, जानते हैं उनकी इस यात्रा, मनोभावों और नई सोच के बारे में।
शिल्पा का जीवन और अभिनय से दूरी
शिल्पा शिंदे का जीवन मुंबई से दूर, कर्जत में बीता है, जहां उन्होंने अपने व्यक्तित्व का नया अध्याय शुरू किया है। अभिनय से दूरी बनाकर वह अपने जीवन के नए अनुभवों को जी रही हैं। उनका मानना है कि क्वांटिटी से ज्यादा क्वालिटी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "मैंने हर शो के बीच में दो साल का गैप लिया है, ऐसा अनजाने में हुआ है। मेरा फंडा हमेशा रहा है कि अच्छा काम ही करना चाहिए, संतुष्टि मिलनी चाहिए। जब तक दिल को अच्छा न लगे, तब तक काम नहीं करूंगी।"
खुद का रिजार्ट और खेती का शौक
मुंबई और इंडस्ट्री छोड़कर कर्जत में उन्होंने अपनी जिंदगी को नई दिशा दी है। वहां उन्होंने अपना रिजार्ट बनाया है, जिसमें वह खुद ही सब कुछ संभाल रही हैं। खेती का कोर्स भी किया है, जिससे उन्हें नई दुनिया का अनुभव हुआ है। उनके अनुसार, "यह कभी न खत्म होने वाली चीज है, जितना मिले उतना कम लगता है।" उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह फिर से टीवी पर लौटेंगी, लेकिन जीवन के नए अनुभवों ने उन्हें बदल दिया है।
शो में वापसी का कारण और मनोभाव
शिल्पा ने बताया कि उनके शो में वापसी का कारण उनके मित्र और लेखक मनोज संतोषी की इच्छा है। दिसंबर में वह हैदराबाद में लिवर ट्रांसप्लांट के लिए गए थे, और उस दौरान उन्होंने अपने काम को रोककर उनके लिए समय निकाला। मनोज की मौत के बाद भी, उनकी इच्छा थी कि शिल्पा फिर से शो का हिस्सा बनें। उनका मानना है कि "वह हमेशा कहते थे कि आप हां कहिए, बहुत इज्जत से लाएंगे।" इस बार वह दर्शकों के लिए वापस आई हैं, जिन्होंने उनके जाने के बाद शो देखना बंद कर दिया था।
सिखाए गए जीवन के सबक
शिल्पा का मानना है कि जीवन में जो भी होता है, वह अच्छे के लिए ही होता है। वक्त ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया है। उन्होंने कहा, "आप जिन चीजों पर चर्चा नहीं करते हैं, कि मेरे साथ गलत हो रहा है, उसे खुलकर बोलने लगते हैं।" उन्होंने यह भी माना कि गलतियों से सीखना जरूरी है और अपने अनुभव से उन्होंने समझा कि बिना वजह किसी को हावी नहीं होने देना चाहिए।
अपनी जगह बनाना और खुश रहना
शिल्पा ने स्वीकार किया कि वह अपने जीवन में खुश हैं और अब कुछ अलग करने का शौक विकसित किया है। वह पेंटिंग, मूर्तिकला जैसी कला में लगी हैं। उनका मानना है कि समय के साथ बदलना जरूरी है। उन्होंने कहा, "मुझे खतरों के खिलाड़ी करना नहीं था, मैं इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय नहीं हूं, फिर भी मुझे इज्जत से बुलाया जा रहा है।" उनके अनुसार, पैसा कमाना जरूरी है, लेकिन संतुष्टि उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
इंडस्ट्री में महिलाओं की आवाज
शिल्पा का मानना है कि अब अभिनेत्रियों की आवाज ज्यादा सुनी जा रही है। वह कहती हैं, "हर आर्टिस्ट को पता होना चाहिए कि उन्हें कहां अपने दायरे बनाने हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि पहले के समय में, काम के दौरान आवाज उठाना कठिन होता था, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। उन्होंने बताया कि जब वह काम कर रही थीं, तो किसी ने सिर पर बंदूक रखकर काम नहीं करवाया था, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना पड़ा था।