बिल बकाया होने पर नहीं कटेंगे किसानों के ट्यूबवेल के बिजली कनेक्शन : योगी

उत्तर प्रदेश में किसानों को बड़ी राहत देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ऐलान किया कि महज बिजली का बिल बकाया होने के आधार पर किसानों के ट्यूबवेल का कनेक्शन नहीं काटा जायेगा;

Update: 2022-08-21 04:06 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में किसानों को बड़ी राहत देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ऐलान किया कि महज बिजली का बिल बकाया होने के आधार पर किसानों के ट्यूबवेल का कनेक्शन नहीं काटा जायेगा। योगी ने एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में मानसून और फसलों की बोआई की स्थिति को लेकर समीक्षा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने किसानों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए अहम दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा कि अन्नदाता किसानों के व्यापक हित को दृष्टिगत रखते हुए वर्तमान परिस्थितियों में किसानों को अतिरिक्त सहायता दिया जाना आवश्यक है। अतः बिजली बिल के बकाये के कारण किसानों के ट्यूबवेल का बिजली कनेक्शन नहीं काटा जाये। उन्होंने पॉवर कॉर्पोरेशन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति भी बढ़ायी जाने काे कहा। उन्होंने इस आदेश का तत्काल अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

बारिश की स्थिति के बारे में अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में चित्रकूट को छोड़ कर अधिसंख्य जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुयी है। इसका आंकलन करने के बाद योगी ने किसानों को आश्वस्त किया कि दैवीय कारणों से फसल प्रभावित होने पर किसानों काे नुकसान नहीं होने दिया जायेगा।

योगी ने कहा कि इस साल प्रदेश में अब तक कुल 284 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। यह वर्ष 2021 में हुई 504.10 मिमी और वर्ष 2020 में हुई 520.3 मिमी वर्षा की तुलना में कम है। इस बीच चित्रकूट एकमात्र ऐसा जिला रहा जहां सामान्य (120 प्रतिशत से अधिक) वर्षा हुई। सामान्य वर्षा न होने के कारण खरीफ फसलों की बोआई का कार्य प्रभावित हुआ है। हालांकि 19 जुलाई के बाद हुई बरसात से स्थिति में काफी सुधार हुआ है।

उन्होने कहा कि कम वर्षा के कारण उत्पन्न चुनौतियों के बीच एक-एक अन्नदाता किसान का हित सुरक्षित रखा जाएगा। खेती-किसानी की जमीनी स्थिति का सूक्ष्मता से आंकलन करते हुए किसानों को हर संभव मदद मुहैया उपलब्ध कराई जाएगी। कम वर्षा के कारण किसानों की फसल को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। इस संबंध में अविलंब सभी विकल्पों को समाहित करते हुए बेहतर राहत कार्ययोजना तैयार की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में किसानों को अतिरिक्त सहायता दिया जाना जरूरी है, इसलिये बकाये के कारण किसानों के ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन नहीं काटे जाएं। पॉवर कॉर्पोरेशन ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बढ़ाये।

प्रदेश में 33 जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से 40 से 60 फीसदी तक ही वर्षा दर्ज की गई है जबकि 19 जिलों में 40 फीसदी से भी कम बरसात हुई है। इन जिलों में खरीफ फसलों की बुवाई प्रभावित हुई है। उन्होंने अधिकारियों से हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कहा।

उन्होने कहा कि ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को हर हाल में 24 से 36 घंटे के भीतर ठीक करा दिया जाए। इसे शीर्ष प्राथमिकता दिया जाना अपेक्षित है। जहां ट्यूबवेल पर निर्भरता ज्यादा है, वहां सौर पैनल लगाया जाना चाहिए।

प्रदेश में वर्षा की स्थिति, फसल बोआई की सही स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट अगले तीन दिन के भीतर केन्द्र सरकार को भेजी जाए।

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