मजदूरों को न्याय दिलाने की बजाय प्रताडऩा, मारपीट

दुर्ग ! श्री जय बालाजी इंडस्ट्रीज रसमड़ा के संघर्षशील मजदूरों पर लगातार दमन कर रहे इंडस्ट्रीज प्रबंधन को प्रदेश शासन के मंत्रियों द्वारा संरक्षण देने से नाराज यूनियन नेताओं एवं कांग्रेसजनों ने आज पत्र;

Update: 2017-05-06 00:02 GMT

दुर्ग ! श्री जय बालाजी इंडस्ट्रीज रसमड़ा के संघर्षशील मजदूरों पर लगातार दमन कर रहे इंडस्ट्रीज प्रबंधन को प्रदेश शासन के मंत्रियों द्वारा संरक्षण देने से नाराज यूनियन नेताओं एवं कांग्रेसजनों ने आज पत्रवार्ता लेकर कहा है कि मंत्रियों के संरक्षण में दमन का यह चक्र आगे भी जारी रहा तथा मजदूरों को न्याय नहीं मिला तो मजदूर यूनियन के साथ मिलक कांग्रेस जबर्दस्त आंदोलन छेड़ेगी। आज पत्रवार्ता में जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत बंजारे, जिला पंचायत के पूर्व सदस्य एवं यूनियन नेता केशव बंटी हरमुख, जिला पंचायत सदस्य जयंत देशमुख ने मंत्री रमशीला साहू पर श्रमिकों की मांग को नजरअंदाज करने तथा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय पर जय बालाजी इंडस्ट्रीज के प्रबंधन को संरक्षण देने तथा मजदूर आंदोलन को कुचलने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस पूरे प्रकरण मंत्री श्री पाण्डेय की संलिप्तता के खिलाफ जब भारछसं ने मंत्री का पुतला दहन किया तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मंत्री समर्थकों ने जब भारछसं कार्यकताओं को दौड़ा दौड़ा कर लाठी डंडों से पीटा तो पुलिस भारछसं कार्यकर्ताओं की ओर से एफआईआर तक नहीं लिख रही है। पत्रवार्ता में पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी, प्रतिमा चंद्राकर, जिला पंचायत बालोद के अध्यक्ष देवलाल ठाकुर, सरपंच रसमड़ा कचरा बाई ठाकुर, उक्त यूनियन के महामंत्री सुदामा साहू, कोषाध्यक्ष योगेन्द्र श्रीबाल्की, एवं दुर्ग शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष आर.एन.वर्मा भी उपस्थित थे। शहर विधायक  अरूण वोरा तथा सांसद ताम्रध्वज साहू की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रहीं। कांग्रेस ने मंत्री श्री पाण्डेय से त्यागपत्र की मांग की है।
इस पूरे मामले में विस्तार से जानकारी देते हुए मजदूर नेता केशवबंटी हरमुख ने कहा कि उक्त फैक्टरी में मजदूर विगत 30-35 वर्ष से काम करते आ रहे है। इनमें से कुछ मजदूरों को गत वर्ष जून-जुलाई में कार्यमुक्त कर दिया दया तो कुछ मजदूरों को अन्यत्र स्थानांतरण कर दिया गया। मजदूरों ने इसके खिलाफ आवाज बुलंद की तो 26 अगस्त 16 को फैक्टरी ही बंद कर दी गई। अब फिर जब फैक्टरी शुरू की गई है बाहर से मजदूर लाकर रखे जा रहे है। इन मजदूरों को जून जुलाई अगस्त 13 का वेतन भी नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा मजदूरों की मांग है कि 21-26 वर्षो से इस इंडस्ट्रीज में सेवाएं देते आ रहे है श्रमिकों को काम पर बहाल किया जाये। उन्होंने बताया कि इस फैक्टरी को शुरू करने के लिये क्षेत्र के किसान एवं मजदूरों की जमीन अधीगृहीत करते समय उन्हें फैक्टरी में काम देने का वादा किया था। यह लिखित अनुबंध है । इसके अलावा श्री हरमुख ने बताया कि यदि कंपनी मजदूरों को काम पर नहीं रखना चाहती तो भी मजदूरों का कहना है कि उनकी ग्रेच्यूटी, पीपीएफ, ईएसआई छुट्टियों का नकदीकरण इत्यादि जो भी हिसाब है वह कर दिया जाये।
उन्होंने बताया कि सहायक श्रमायुक्त के साथ बार बार दोनों पक्षों के मध्य तृपक्षीय वार्ता हुई मगर प्रबंधन ही हर बार वार्ता में हुए समझौते को झुठला देता है। श्री बंजारे व श्री हरमुख ने बताया कि मई दिवस पर इन्ही श्रमिकों को साथ लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने पटेल चौक दुर्ग में मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय का पुतला दहन किया। उनके विरूद्ध पुलिस ने धाराएं लगाकर कार्रवाई कर दी वहीं 3 मई को मंत्री श्री पाण्डेय समर्थकों द्वारा जब यूनियन मजदूरों व भारछसं नेताओं को लाठी डंडे इत्यादि घातक हथियार से दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया तो पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। कांग्रेस द्वारा दर्ज कराई जा रही एफआईआर को भी लिखने में टालमटोल किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री के इशारों पर पुलिस प्रशासन द्वारा पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है।
पत्रवार्ता में यह पूछे जाने पर कि रसमड़ा के इस मजदूर प्रकरण में कांग्रेस क्यों राजनीतिक कर रही है ? श्री हरमुख ने कहा कि कांग्रेस कहीं राजनीति नहीं कर रही है। मजदूर विगत 8-10 माह से समाज के सभी दलों, संगठनों के लोगों को अपने मंच पर आमंत्रित कर समर्थन मांग रहे है। कांग्रेस के स्थानीय नेता स्थानीय मजदूरों से जुड़े हुए है इसलिए उनके आंदोलन में जनहित में उनके साथ शामिल है। इस बोरई औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना मोतीलाल वोरा के मुख्यमंत्री काल में हुई थी । वोरा परिवार व कांग्रेस परिवार शुरू से इन मजदूरों के सुख दुख का साथी है। इसलिए कांग्रेस साथ है। बंटी हरमुख ने कहा कि मजदूरों ने तो सभी को संघर्ष में साथ देने का खुला निमंत्रण दिया है।
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