सीता के जन्म पर विवाद अप्रासंगिक : डॉ. बीरबल

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा द्वारा दिया गया बयान कि सीता 'टेस्ट ट्यूब बेबी' थी, अप्रासंगिक एवं अशोभनीय है। यह बात समाजसेवी और मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. बीरबल झा ने कही;

Update: 2018-06-03 00:06 GMT

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा द्वारा दिया गया बयान कि सीता 'टेस्ट ट्यूब बेबी' थी, अप्रासंगिक एवं अशोभनीय है। यह बात समाजसेवी और मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. बीरबल झा ने कही। डॉ. झा ने कहा कि सीता जगत जननी के रूप में स्थापित है। अगर राम सत्य है तो सीता भी। सीता राम की अर्धागिनी थीं, उनका जन्म मिथिला में हुआ था। 

उन्होंने कहा, "सीता का जन्म कैसे हुआ, इस पर विवाद अप्रासंगिक है। आज का प्रसंग यह है कि सीता के सम्मान में मिथिला में उनके भव्य मंदिर का निर्माण हो। 

ख्यात लेखक डॉ. बीरबल झा ने दिनेश शर्मा से बयान वापस लेने की मांग की और कहा कि देवी सीता के नाम पर कोई राजनीतिक सौदेबाजी न हो। 

उन्होंने कहा, "विडंबना है कि गुजरात के सरकारी स्कूल के पाठ्यक्रम में राम को सीता का अपहरणकर्ता बताया गया है। इस भूल को तत्काल प्रभाव से सुधारा जाना चाहिए।"

डॉ. झा ने कहा, "21वीं सदी में नारी सशक्तीकरण एवं नारी सम्मान की बात हो रही है। मिथिला की बेटी सीता ने अपने बच्चों का अपने दम पर पालन-पोषण कर महिला सशक्तीकरण की मिसाल कायम की थी। त्रेता युग में भी सीता को अग्निपरीक्षा देनी पड़ी थी, उन्हें अब और कतनी परीक्षाएं देनी पड़ेंगी?"

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