तिरंगा दिवस 22 जुलाई को मनाने की मांग
तिरंगे ध्वज के लिए संघर्ष करने वाले ज्ञानप्रकाश कामरा ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से केन्द्र सरकार को हर वर्ष 22 जुलाई को तिरंगा दिवस मनाने के निर्देश दिए जाने की मांग की है;
जयपुर। देश की आन , बान और शान का प्रतीक तिरंगे ध्वज के लिए संघर्ष करने वाले ज्ञानप्रकाश कामरा ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से केन्द्र सरकार को हर वर्ष 22 जुलाई को तिरंगा दिवस मनाने के निर्देश दिये जाने की मांग की है।
राष्ट्रीय ध्वज विशेषज्ञ श्री कामरा ने कहा कि देश में तरह तरह के दिवस मनाये जाते है लेकिन खेद की बात है कि भारत के जन जन की शान तिरंगे ध्वज के लिए कोई दिन निश्चित नहीं किया गया।
उन्होंने श्री कोविंद से अपील की कि पदभार ग्रहण करने के बाद केन्द्र सरकार को निर्देश दे कि 22 जुलाई को तिरंगा दिवस मनाया जाए।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि आजादी की 71वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह अमूल्य उपहार श्री कोविंद देश की जनता को देंगे। उन्होंने कहा कि 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा द्वारा वर्तमान तिरंगे का आकार प्रकार निश्चित किया गया।
आयाताकार सफेद , हरा तथा केसरिया रंग के ध्वज के बीच में नीले रंग का अशोक चक्र अंकित है।
उल्लेखनीय है कि श्री कामरा के प्रयास से ही उच्च न्यायालय ने वर्ष 1991 में यह आदेश दिया था कि राष्ट्रीय ध्वज का प्रयोग विज्ञापनों में नहीं होगा।