हर क्षेत्र में प्रगति और विकास की राह पर बढ़ रहा देश : नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को ग्लोबल इंडियन कॉन्क्लेव अवॉर्ड (जीआईसीए) के दूसरे संस्‍करण में शिरकत की;

Update: 2025-08-05 18:20 GMT

  • ग्लोबल इंडियन कॉन्क्लेव अवॉर्ड में नितिन गडकरी का संबोधन

नई दिल्‍ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को ग्लोबल इंडियन कॉन्क्लेव अवॉर्ड (जीआईसीए) के दूसरे संस्‍करण में शिरकत की। उन्‍होंने अपने संबोधन में कहा कि देश हर क्षेत्र में प्रगति और विकास की ओर अग्रसर है।

आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत, पांच ट्रिलियन इकोनॉमी और तीसरी अर्थव्यवस्था बनने के सपने को साकार करना

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ज्ञान ही शक्ति है। हमारे समाज और देश में नवाचार, उद्यमिता, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान, कौशल और सफल अभ्यास हमें यह ज्ञान देते हैं। अपने नवाचार और प्रौद्योगिकी के कारण, हम चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी बेहतरीन परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। हर क्षेत्र में हमको प्रगति और विकास की तरफ अग्रसर होना है। परिस्थितियां बहुत तेजी से बदल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना देश को आत्‍मनिर्भर भारत, पांच ट्रिलियन इकोनॉमी और तीसरी अर्थव्‍यवस्‍था बनाने का है। यह ऐसे ही लोगों के प्रयास से पूरा होने वाला है, इसलिए इन सबको बधाई देता हूं।

सड़क दुर्घटनाओं की भयावहता : प्रतिवर्ष पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं और 1,80,000 मौतें

गडकरी ने कहा कि मैं 11 साल तक परिवहन मंत्री रहा हूं। सड़कें सुधर रही हैं, एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य से हमारे देश में हर साल पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, और 1,80,000 मौतें होती हैं। इनमें से 66 प्रतिशत मौतें 18-34 वर्ष की आयु वर्ग में होती है। यह हमारे लिए बहुत दुर्भाग्य की बात है। रोड इंजीनियरिंग में हमने ब्‍लैक स्‍पॉट की पहचान की है। करीब 40 हजार करोड़ रुपए खर्च कर ब्‍लैक स्‍पॉट को भरने पर तेजी से काम कर रहे हैं।

विश्व में पहला स्थान प्राप्त करने का लक्ष्य : अगले पांच साल में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में पहला स्थान प्राप्त करना

वहीं,ऑटो मोबाइल इंजीनियरिंग में हमने छोटे इकोनामिक मॉडल की गाड़ियों में छह एयरबैग की व्यवस्था लाई है, इसमें बहुत सुधार किए हैं। अच्‍छा प्रोडक्‍शन और उच्‍च गुणवत्‍ता के कारण जापान को पीछे कर हम तीसरे नंबर पर आए हैं। हम पांच साल में इसको पहले नंबर पर लेकर जाएंगे। ऑटोमोबाइल और रोड इंजीनियरिंग में काफी सुधार हुआ है।

सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले को 25 हजार रुपए इनाम

उन्होंने कहा कि हमने सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए कानून भी बनाए हैं, गाड़ी चलाते समय फोन का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। इसके लिए कानून बनाए गए हैं, इसके साथ ही लोगों को इसके लिए जागरूक भी किया जा रहा है। अगर कोई सड़क दुर्घटना होती है तो इसके घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले को 25 हजार रुपए इनाम देने का भी प्रावधान हमने किया है। इसके साथ ही सड़क दुर्घटना में घायलों के इलाज के लिए 1.5 लाख रुपए की मदद का भी हमने प्रावधान रखा है।

इसके अलावा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है कि जिनके परिजन सड़क दुर्घटना में जान गंवा देते हैं, अगर उनकी सहमति से मृतक का ऑर्गन डोनेट किया जाएंगा तो इससे अन्य लोगों को जीवनदान भी मिलेगा। यह समाज के लिए महत्वपूर्ण कार्य है। जो हमें करने चाहिए।

Tags:    

Similar News