सोनिया गांधी से मिले रेवंत रेड्डी, ‘तेलंगाना राइजिंग 2047 विज़न डॉक्यूमेंट’ सौंपा, जानें किन मुद्दों पर हुई चर्चा
हैदराबाद/नई दिल्ली, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उन्हें ‘तेलंगाना राइजिंग 2047 विज़न डॉक्यूमेंट’ प्रस्तुत किया।;
रेवंत रेड्डी ने सोनिया गांधी से की मुलाकात, ‘तेलंगाना राइजिंग 2047 विजन डॉक्यूमेंट’ सौंपा
हैदराबाद/नई दिल्ली। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उन्हें ‘तेलंगाना राइजिंग 2047 विज़न डॉक्यूमेंट’ प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री ने सोनिया गांधी को 8 और 9 दिसंबर को प्रस्तावित भारत फ्यूचर सिटी में आयोजित तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट-2025 के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने पिछले दो वर्षों में कांग्रेस सरकार द्वारा लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं, राज्य के विकास के लिए उठाए गए कदमों और भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की। यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से दी गई।
सोनिया गांधी ने तेलंगाना में सरकार के प्रदर्शन और राज्य के विकास को लेकर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की दूरदृष्टि की सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि वे तेलंगाना राइजिंग-2047 विज़न डॉक्यूमेंट के अनुरूप राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाएंगे।
यह विज़न डॉक्यूमेंट समिट के समापन सत्र में जारी किया गया था, जिसमें वर्ष 2047 तक तेलंगाना को 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। साथ ही वर्ष 2034 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का अंतरिम लक्ष्य भी तय किया गया है।
दस्तावेज़ में इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक स्पष्ट रोडमैप प्रस्तुत किया गया है। इसकी प्रमुख रणनीति के तहत राज्य को तीन क्षेत्र-विशेष ज़ोन में विभाजित करने का प्रस्ताव है। इसमें कोर अर्बन रीजन इकोनॉमी, पेरी अर्बन रीजन इकोनॉमी और रूरल एग्री रीजन इकोनॉमी शामिल हैं।
इससे पहले 5 दिसंबर को जारी अपने संदेश में सोनिया गांधी ने तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट के लिए शुभकामनाएं दी थीं। उन्होंने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को इस पहल के लिए बधाई देते हुए उम्मीद जताई थी कि यह 2034 तक तेलंगाना को ट्रिलियन-डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
अपने संदेश में उन्होंने कहा था कि राज्य में अपनाई जा रही तीन-स्तरीय रणनीति 360 डिग्री दृष्टिकोण पर आधारित है, जिसमें शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण-कृषि विकास परियोजनाओं को समान महत्व दिया गया है। इससे तेलंगाना के समृद्ध मानव और प्राकृतिक संसाधन, लोगों की उद्यमशीलता, तथा ज्ञान और तकनीकी क्षमता अपनी पूरी संभावनाओं के साथ विकसित हो सकेगी।