अभिषेक मनु सिंघवी बोले – ईडी की कार्रवाई द्वेष प्रेरित और अधिकार क्षेत्र से बाहर
- खड़गे का आरोप – गांधी परिवार को बदनाम करने की राजनीतिक साजिश
- अदालत का फैसला कांग्रेस के लिए ‘न्याय और सत्य की जीत’
- कांग्रेस का ऐलान – सड़कों और संसद में जारी रहेगा आंदोलन
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में अदालत के हालिया फैसले के बाद कांग्रेस ने आज एक विशेष प्रेस वार्ता आयोजित की। इसमें डॉ. अभिषेक सिंघवी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए और इस केस को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया।
डॉ. अभिषेक सिंघवी के आरोप
- उन्होंने इस मामले को “द्वेष प्रेरित और बिना अधिकार क्षेत्र की कार्यवाही” बताया।
- कहा कि 2021 से 2025 के बीच ईडी ने राहुल गांधी से लगभग 50 घंटे, खरगे से 5-6 घंटे और सोनिया गांधी से 7-8 घंटे पूछताछ की।
- आरोप लगाया कि हर सुनवाई और फाइलिंग की खबरें मीडिया में लीक होती थीं, जिससे राजनीतिक माहौल बनाया गया।
- याद दिलाया कि मामला 2014 में सुब्रमण्यम स्वामी की निजी शिकायत से शुरू हुआ था, जबकि सीबीआई और ईडी ने 2014 से 2021 तक इसे प्रेडिकेट ऑफेंस न मानने की राय दी थी।
- उन्होंने कहा कि 7 साल तक कोई एफआईआर नहीं हुई, लेकिन अचानक 30 जून 2021 को एफआईआर दर्ज की गई।
- अदालत ने ईडी द्वारा दर्ज ईसीआर का संज्ञान लेने से इनकार किया, जिसे उन्होंने एजेंसी के दुरुपयोग का सबूत बताया।
- तर्क दिया कि पीएमएलए एक्ट की धारा 5 का उल्लंघन हुआ है, क्योंकि शिकायत केवल अधिकृत व्यक्ति ही दर्ज कर सकता है।
- उन्होंने कहा कि इस केस में न तो पैसे का लेन-देन हुआ और न ही संपत्ति का हस्तांतरण। एजेएल की संपत्तियां उसी के नाम पर हैं।
- यंग इंडियन कंपनी को उन्होंने नॉट-फॉर-प्रॉफिट बताया, जिसमें कोई लाभांश वितरित नहीं किया जा सकता।
- अंत में कहा कि अदालतें राजनीतिक स्क्रिप्ट का थिएटर नहीं, बल्कि “ड्यू प्रोसेस के मंदिर” हैं।
मल्लिकार्जुन खरगे का बयान
- खरगे ने इस मामले को कांग्रेस नेताओं, खासकर गांधी परिवार को बदनाम करने की राजनीतिक साजिश बताया।
- आरोप लगाया कि सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए किया जा रहा है।
- अदालत के फैसले को उन्होंने “न्याय और सत्य की जीत” बताया।
- कहा कि इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए।
- बीजेपी के इस दावे को खारिज किया कि यह सिर्फ तकनीकी मुद्दा है। उन्होंने कहा कि पीएमएलए एक्ट का उल्लंघन तकनीकी नहीं हो सकता।
- कांग्रेस अध्यक्ष ने ऐलान किया कि पार्टी इस राजनीतिक लड़ाई को सड़कों और संसद दोनों में जारी रखेगी।
- उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों से कांग्रेस नेतृत्व को परेशान किया जा रहा है, जिससे कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश है।
- अंत में उन्होंने कहा, “हम पूरे भारत में ताकत दिखाएंगे क्योंकि यह साफ उदाहरण है कि ईडी का दुरुपयोग विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए किया गया।”
- नेशनल हेराल्ड मामले में अदालत के फैसले ने कांग्रेस को राजनीतिक बढ़त दी है। पार्टी इसे राजनीतिक प्रतिशोध बता रही है। सरकार इसे कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा मानती है। लेकिन कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह इस मुद्दे को देशभर में आंदोलन का रूप देगी।