कांग्रेस गांधीवादी नहीं, गालीवादी पार्टी बन गई है, अनर्गल बयानबाजी नीचता की पराकाष्ठा : आरपी सिंह
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक बयानबाजी और विवादों का दौर तेज हो गया है;
आरपी सिंह का तीखा हमला: कांग्रेस गांधीवादी नहीं, गालीवादी पार्टी बन गई
- प्रधानमंत्री की मां पर कथित AI वीडियो को लेकर भाजपा नेता ने विपक्ष को घेरा
- शपथग्रहण में राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर सवाल, लोकतंत्र से दूरी का आरोप
- बिहार चुनाव से पहले बयानबाज़ी तेज, आरपी सिंह ने कांग्रेस की रणनीति पर उठाए सवाल
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक बयानबाजी और विवादों का दौर तेज हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता आरपी सिंह ने सोशल मीडिया पर वायरल एक कथित एआई वीडियो को लेकर विपक्ष पर तीखा हमला बोला है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय मां का अपमान किए जाने का दावा किया गया है।
आरपी सिंह ने इस वीडियो को शर्मनाक और निंदनीय करार देते हुए कहा, "यह विपक्ष का नैतिक दिवालियापन दर्शाता है। कांग्रेस अब गांधीवादी नहीं, बल्कि गालीवादी बन गई है। जिस तरह से बिहार की राजनीति में प्रधानमंत्री की स्वर्गीय माता को घसीटा जा रहा है, उसका जवाब बिहार की जनता जरूर देगी। इस तरह की हरकत विपक्ष की नीचता की पराकाष्ठा है।"
इसके साथ ही, आरपी सिंह ने उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के शपथग्रहण समारोह में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा, "विपक्ष को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में विश्वास नहीं है। उपराष्ट्रपति का शपथग्रहण एक संवैधानिक कार्यक्रम है, जिसमें विपक्ष के नेताओं को शामिल होना चाहिए था। लेकिन यह साफ है कि विपक्ष को लोकतंत्र से कोई सरोकार नहीं है। विपक्ष के इस गैर-जिम्मेदाराना रवैये के लिए देश की जनता माफ नहीं करेगी।"
वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के उस बयान पर भी आरपी सिंह ने पलटवार किया, जिसमें स्टालिन ने राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध करने की बात कही थी।
आरपी सिंह ने कहा, "एसआईआर को सुप्रीम कोर्ट ने मान्यता दी है। चुनाव आयोग ने इसे पूरे देश में लागू करने का फैसला किया है। तमिलनाडु भी भारत का हिस्सा है, इसलिए इस प्रक्रिया पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। एसआईआर को लेकर सीएम एमके स्टालिन की राय लोकतंत्र के खिलाफ है।"
उपराष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के मुद्दे पर भी आरपी सिंह ने विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा, "क्रॉस वोटिंग हुई, यह सच है। विपक्ष के कुछ नेताओं ने एनडीए को वोट दिया, क्योंकि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी। विपक्ष को इस पर चिंतन करना चाहिए कि उनकी रणनीति में क्या कमी रही।"