बजाज के बयान पर लोकसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष में बहस

उद्योगपति राहुल बजाज के बयान पर आज लोकसभा में विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश करते हुये कि वह आलोचना नहीं सुनना चाहती;

Update: 2019-12-02 18:49 GMT

नयी दिल्ली । उद्योगपति राहुल बजाज के बयान पर आज लोकसभा में विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश करते हुये कि वह आलोचना नहीं सुनना चाहती जिसके जवाब में सत्ता पक्ष के एक सदस्य ने श्री बजाज की कंपनी पर गन्ना किसानों का बकाया होने का आरोप लगाया।

कराधान नियम (संशोधन) विधेयक, 2019 पर सदन में चर्चा के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने श्री बजाज के बयान का जिक्र करते हुये कहा कि वह एक प्रमुख उद्योगपति हैं और सरकार को उनकी चिंता सुननी चाहिये। उन्होंने कहा कि अच्छा नेतृत्व वही है जो सबके सुझाव लेकर उस पर ध्यान देता है। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ट्वीट की आलोचना की जिसमें केंद्रीय मंत्री ने श्री बजाज के बयान को “ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से अपनी राय का प्रचार करने वाला” बताया था।

कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा कि देश के ग्राहक और निवेशक सरकार पर विश्वास खो चुके हैं। उन्होंने कहा “सरकार की समस्या यह है कि वह आलोचना नहीं सुनना चाहती, आत्म मंथन नहीं करना चाहती। सरकार आँकड़े छुपा रही है।”

उत्तर प्रदेश के खेरी से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य अयज मिश्रा टेनी ने आरोप लगाया कि लखीमपुर में राहुल बजाज की तीन चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का 10 हजार करोड़ रुपया दो साल से बकाया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जब बकाया चुकाने के लिए मिलों पर दबाव डाल रहे हैं तो ऐसे लोग भयभीत होने की बात कर रहे हैं।
 

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