अखाड़ा परिषद के कार्य प्रणाली का दंडी संन्यासी ने किया विरोध

साधु-संतों की संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के खिलाफ अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति ने आचार्य कुशमुनी को फर्जी बाबा घोषित किये जाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की;

Update: 2017-09-13 15:30 GMT

इलाहाबाद। साधु-संतों की जानी मानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के खिलाफ अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति ने आचार्य कुशमुनी को फर्जी बाबा घोषित किये जाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति के अध्यक्ष स्वामी विमलदेव ने कहा कि कुशमुनी उनके द्वारा दीक्षित हैं तब उनका नाम किस आधार पर कथित बाबाओं की सूची में शामिल किया, जिसका वे पुरजोर विरोध करते हैं।

उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को गलत साबित करने से पहले उसके द्वारा किये गये सही और गलत कार्यों के आंकलन के बाद ही किसी को गलत ठहराया जाये।  आचार्य कुशमुनी ने आज यहां बताया कि उन्होंने परिषद के अध्यक्ष के खिलाफ कानूनी नोटिस देकर पूछा है कि किस आधार पर उन्हें कथित बाबा की सूची में शामिल किया है।
उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद का काम केवल अर्द्धकुंभ और कुंभ मेले में प्रशासन के साथ सामंजस्य बनाकर आखाडों की सुचारू रूप से व्यवस्था करना है। उन्हें किसी को गलत या सही ठहराने का अधिकार नहीं है।

शंकराचार्य सनातन धर्म में श्रद्धा एवं विश्वास के केंद्र हैं। दंडी सन्यासी को गलत और सही साबित करने का अधिकार केवल चारों पीठ, रामेश्वरम स्थित श्रृंगेरी मठ, उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी में स्थित गोवर्धन मठ, गुजरात में द्वारकाधाम स्थित शारदा (कालिका) मठ और उत्तरांचल के बद्रीनाथ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य और अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति को ही प्राप्त है। उन्होंने अखाडों पर आरोप लगाते हए कहा कि इनकी विश्वसनीयता खत्म हो रही है।

धन बल के आधार पर विवादित लोग महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य सनातन धर्म में श्रद्धा एवं विश्वास का केंद्र हैं। शंकराचार्यो की बढ़ती संख्या सनातन धर्म के लिए चिंताजनक है। गौरतलब है कि अखाड़ा परिषद ने गत रविवार को यहां हुई बैठक में सनातन धर्म का गलत प्रचार करने या आपराधिक कार्यो में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए सर्वसम्मत से 14 बाबाओं को फर्जी करार दिया जिनमें कुशमुनि समेत आशाराम बापू उर्फ आशूमल शिरमलानी, सुखविंदर कौर, सच्चिदानन्द उर्फ राधे मां , डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह, ओम बाबा उर्फ विवेकानन्द झा, निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह, इच्छाधारी भीमानन्द उर्फ शिवूर्ति द्विवेदी, स्वामी असीमानन्द, ऊं नम: शिवाय बाबा, नारायण सांई, रामपाल, बृहस्पति गिरि और मलखान गिरि का नाम शामिल है।
 

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