'पुलिस की वर्दी में घूम रहे गुनाहगार'

 एनकाउंटर नहीं यह योगी सरकार की गुनाह की नीति है;

Update: 2018-02-06 14:56 GMT

नोएडा।  एनकाउंटर नहीं यह योगी सरकार की गुनाह की नीति है। वर्दी में गुनाहगार घम रहे हैं। यह आदमी को बंदूक बना दे। सुमित विजेंद्र व जितेंद्र गुनहगार नहीं असली बदमाश पुलिस की वर्दी में छिपे यह लोग हैं। इनका एनकाउंटर होना चाहिए। यह बातें सोमवार को फोर्टिस अस्पताल पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर ने कहीं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने ऐसे-ऐसे लोगों को वर्दी दी हुई है जो दागी है आठ-आठ महीने जेल में रहकर आ रहे है। यह रक्षक नहीं भक्षक है। पूरा थाना सस्पेंड होना चाहिए। योगी सरकार की एनकाउंटर नीति पर बोलते हुए कहा कि रिकार्ड देख लिया जाए 10 माह में 900 एनकाउंटर। प्रतिदिन किसी न किसी शहर में एनकाउंटर किया जा रहा है। यह दहशत फैलाने वाले गुंडे हैं। सरकार की यह नियत बन चुकी है।

यह रंजिश नहीं बल्कि एनकाउंटर है। रंजिश दो लोगों के बीच होती है। लेकिन यहा चार पांच पुलिस वाले एक युवक पर गोली चलाते है। यहा का कप्तान पहले ही एनकाउंटर की बात से इंकार कर चुके हैं, लेकिन ऐसा हो नहीं सकता। सबूत मिटाए जा रहे है। मैं यहा आया जितेंद्र के परिजनों से मिला।

 उन्होंने आरोप लगाया कि बिना जांच किए कार फोर्टिस से थाने क्यों ले जाई गई। जाहिर है सब मिले हुए है। जांच टीम अ•ाी आने वाली है। इससे पहले रात 10.30 पर ही कार थाने क्यो ले जाई गई। जमीन से आसमान तक सब गवाह है कि पुलिस ने सारे सबूतों को मिटा दिया होगा। यह स्थिति तब है जब खुद सत्ता धारी मंत्री आकर परिजनों को आश्वासन दे चुके है।

जिस प्रदेश के सीएम की जुबान हो बस ठोक दो बर्दाश्त नहीं : जयंत

प्रदेश में इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता है कि यहा बेगुनाहों को गोली मारी जा रही है। वह भी प्रमोशन के लिए। लां एंड आर्डर को ध्वस्त कर दिया गया है। आकड़े किसी से छिपे नहीं है। प्रदेश में लूट, दुष्कर्म, हत्या के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। फर्जी मुठभेड़ इन आकड़ों को दबाने का प्रयास है। यह बर्दाश्त नहीं होगा।

यह बाते सोमवार को जयंत चौधरी ने कहीं। वह यहा काफी देर तक परिजनों के बीच रहे। साथ ही उन्होंने परिवार के लोगों को आश्वस्त किया इस तरह की गुंड गर्दी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री की जुबान ही ऐसी हो जिसमे वह कहते है कि हमे कुछ नहीं चाहिए बस ठोक दो गोली मारो कहीं भी पैर में सीने में। 

इसका उदाहरण विज्ञापन भी है। जिसमे गुंडागर्दी करने वाले इन लोगों को हीरो बनाया गया। मामले की निष्पक्ष जांच सिर्फ सीबीआई को ही करनी चाहिए। जितेंद्र किसी पालिटिकल पार्टी का कार्यकर्ता नहीं। ऐसे में फर्जी मुठभेज कर यह क्या दिखाना चाहते है। जितेंद्र युवा है पूरी जिंदगी उसके सामने है। यह लोग रक्षक हो ही नहीं सकते। यह सब बराबर के गुनहगार है। सारी हदो को पार कर चुके है। 

बसपा के निशाने पर आई सरकार

फर्जी मुठभेड़ मामले में बसपा का प्रतिनिधिमंडल फोर्टिस अस्पताल पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में जिलाअध्यक्ष लखमी सिंह, गौतमबुद्धनगर लोकसभा प्रभारी वीरेंद्र डाढ़ा, जिला प्रभारी नरेश उपाध्याय व ब्रम प्रकाश शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित जितेंद्र यादव के परिवार से मुलाकात की साथ ही हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

 प्रतिनिधिमंडल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में गुडाराज चरम पर है। योगी सरकार अपराधों पर लगाम लगाने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। प्रोन्नति के लिए फर्जी एनकाउंटर किए जा रहे हैं। पूरे प्रदेश में त्राहि-त्राहि मची हुई है।

वेंटीलेटर से आईसीयू वॉर्ड में शिफ्ट हुआ जितेंद्र

शनिवार रात फर्जी मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुए जितेंद्र की हालत में पहले से सुधार है। जितेंद्र के गले में गोली लगी थी। 24 घंटे तक वेंटीलेटर पर रखने के बाद सोमवार को उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया। यहा उसने आंख खोली। डॉक्टरों के मुताबिक जितेंद्र की हालत में सुधार है। उसने इशारो में परिजनों से बात चीत की।

डॉक्टरों के मुताबिक फिलहाल रिकवरी करने में समय लगेगा। उधर, जितेंद्र के परिजनों के साथ सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण भी फोर्टिस अस्पताल में मौजूद है। ऐसे में अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। 

ताकि यहा मौजूद लोग हिंसक न हो। उधर, मामले को राजनैतिक तूल देने के लिए विपक्षी पार्टियों के कद्दावर नेताओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है। वह यहा परिजनों के बीच जाकर उन्हें आवस्त कर रहे है।

उनके बीच समय बिता रहे है। साथ ही अस्पताल के बाहर बने मैदान में बैठकर बातचीत भी कर रहे है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर योगी सरकार को गुंडा सरकार बता दिया है। 

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