माकपा कभी सांप्रदायिकता या जातिवाद से समझौता नहीं करेगी: येचुरी
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने आज यहां स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी कभी सांप्रदायिकता या जातिवाद से समझौता नहीं करेगी;
चंडीगढ़। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने आज यहां स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी कभी सांप्रदायिकता या जातिवाद से समझौता नहीं करेगी।
येचुरी ने यहां संवाददाता सम्मेलन के बाद यूनीवार्ता से बातचीत में हाल में मीडिया में वायरल हुई सिर पर कलश और फूलों के थाल वाली उनकी तस्वीरों को लेकर किये सवाल के जवाब में कहा कि वह तस्वीर किसी धार्मिक उत्सव की नहीं थी। उन्होंने कहा कि वह एक हार्वेस्ट फेस्टीवल (कृषि उत्सव) था जैसे बैसाखी होता है।
येचुरी ने कहा कि पार्टी सांप्रदायिकता और जातिवाद के खिलाफ हमेशा संघर्ष करती रही है और करती रहेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी समाज के कमजोर वर्गों, जातियों के मुद्दे उठाती है और उठाती रहेगी।
इससे पूर्व संवाददाता सम्मेलन में येचुरी ने एक सवाल के जवाब में माना कि पिछले कुछ समय में चुनावी राजनीति में उनकी पार्टी के पिछड़ने की एक वजह यह हो सकती है कि भले वाम दल लोगों की आर्थिक मुद्दों पर लड़ाई में साथ होते हैं पर लोग वोट भावनात्मक मुद्दों पर देते हैं जिसकी वजह देश का ध्रुवीकरण वाला माहौल है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति का मुकाबला करने के लिए माकपा जनता के बीच संघर्षों में भागीदारी जारी रखेगी।
ट्रंप का उदाहरण देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि विश्व भर में राजनीति दक्षिणपंथी रुझान दिखा रही है। श्री येचुरी ने कहा लेकिन हालात बदलेंगे और परिवर्तन हमारे संघर्ष और चुनावों से आयेगा।