कोविड-19 : ऋषिकेश में बंद की गई सार्वजनिक आरती

कोरोनावायरस के कारण अब उत्तराखंड में आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों को भी बंद कर दिया गया;

Update: 2020-03-18 17:32 GMT

देहरादून । कोरोनावायरस के कारण अब उत्तराखंड में आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों को भी बंद कर दिया गया है। वायरस से बचाव के लिए उठाए जा रहे कदमों के तहत अब ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन पर होने वाली आरती को 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस दौरान योग शिविरों पर भी रोक रहेगी। वहीं त्रिवेणी घाट पर लगने वाली भव्य आरती को भी छोटा कर दिया गया है। आरती में शामिल होने के लिए थर्मामीटर की जांच से गुजरना होगा। शरीर का तापमान 100 डिग्री फारेनहाइट से ऊपर होने पर आरती स्थल पर प्रवेश नहीं किया जा सकता है।

इसके अलावा हरिद्वार की ऐतिहासिक व विख्यात 'हर की पौड़ी' पर गंगा आरती से पहले घाट की साफ-सफाई के बाद ही श्रद्घालुओं को प्रवेश करने दिया जा रहा है। यहां पर भी सार्वजनिक गंगा आरती पर रोक लगाने पर विचार चल रहा है। पौड़ी जिले के सभी प्रमुख मंदिरों में भी सामूहिक आरती पर रोक लगा दी गई है।

श्री गंगा सभा के अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने कहा, "त्रिवेणी घाट पर आरती स्थल के आसपास भीड़ को एकत्र होने से रोक दिया गया है। वहां स्कैनिंग की व्यवस्था भी की गई है।"

परमार्थ निकेतन के प्रबंधक राम अनंत तिवारी ने कहा, "आश्रम के दोनों प्रवेश द्वार पर सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है।"

डीएम पौड़ी और देहरादून के निर्देशों के बाद ही यह व्यवस्था लागू की गई है।

अपर सचिव एवं नमामि गंगे कार्यक्रम निदेशक उदयराज सिंह के अनुसार, जलशक्ति मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार अग्रिम आदेशों तक आयोजन स्थगित किए गए हैं।

उधर, राज्य में जिम कॉर्बेट व राजाजी समेत सभी छह राष्ट्रीय उद्यान, सात अभयारण्य, चार कंजर्वेशन रिजर्व व दोनों चिड़ियाघर भी 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं।

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