नियम में उलझन, कई परीक्षार्थियों का पंजीयन रूका

 राज्य शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पिछले दिनों राज्य के समस्त विवि में छात्र-छात्राओं के दाखिले को लेकर निर्देश जारी किए गए जिसमें पाठ्यक्रमों के अनुसार आयु सीमा के बंधन को लेकर बातें कहीं गई है;

Update: 2017-11-08 14:57 GMT

रायपुर।  राज्य शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पिछले दिनों राज्य के समस्त विवि में छात्र-छात्राओं के दाखिले को लेकर निर्देश जारी किए गए जिसमें पाठ्यक्रमों के अनुसार आयु सीमा के बंधन को लेकर बातें कहीं गई है इसमें एक तरफ पं. रविवि आयु सीमा का बंधन पर डिप्लोमा पाठ्यक्रम में आवश्यक नहीं बताते हुए छात्र-छात्राओं को पंजीयन कर परीक्षा में प्रवेश की अनुमति दे दी। वहीं दूसरी तरफ पत्रकारिता विवि में अब तक उलझन बरकरार है यहां पर विभिन्न डिप्लोम व डिग्री पाठ्यक्रमों में आयु सीमा बंधन पर निर्णय नहीं लिया जा सकता।

इसके चलते कई परीक्षार्थी का पंजीयन रोक दिया गया है जबकि दिसम्बर माह के तृतीय सप्ताह से  प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रारंभ हो सकती है वहीं संबंद्ध कालेजों ने आयु सीमा बंधन को शिथिल करते हुए कई छात्रों को कालेज में प्रवेश दे दिया है। अलबत्ता अब यह प्रश्न है कि एक विवि नियमों के उलझन को समाप्त कर सभी गतिविधियां संचालित कर रहा है जबकि पत्रकारिता विवि में शून्यता छाई हुई है ऐसे में अन्य कार्य प्रभावित हो सकते हैं।

गौरतलब है कि राज्य शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रसारित आदेश में यह कहा गया है कि स्नातक प्रथम वर्ष में 22 वर्ष एवं स्नातकोत्तर पूर्वर्द्ध/प्रथम सेमेस्टर में 27 वर्ष से अधिक आयु के आवेदकों को प्रवेश की पात्रता नहीं होगी। आयु की गणना आवेदित वर्ष के एक जुलाई की स्थिति में की जायेगी। डिप्लोमा एवं स्नातकोत्तर डिप्लोमा में प्रवेश हेतु निर्धारित अधिकतम आयु सीमा सामान्यत: 27 वर्ष मान्य की जाएगी। इस नियम में रविवि आयु सीमा के बंधन को छूट देते हुए डिप्लोमा पाठ्यक्रम के सभी पंजीकृत छात्र-छात्राओं को परीक्षा में प्रवेश की अनुमति दे दी।

परीक्षा विभाग के हेमंत शर्मा का कहना है कि नियम में सामान्य शब्द जोड़ा गया है। इसके अभिप्राय है कि आयु सीमा में छूट प्रदान की जा सकती है लिहाजा छूट देते हुए डिप्लोमा पाठ्यक्रम के छात्रों को मान्य किया गया है वहीं पत्रकारिता विवि का परीक्षा विभाग इस नियम के उलझन में फंसा हुआ है। उनका कहना है कि 27 वर्ष से अधिक के किसी छात्र-छात्रा को डिग्री या डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश नहीं दिया जा सकता लिहाजा पाठ्यक्रम के पंजीकृत विद्यार्थियों के विवि पंजीयन रोक दिए हैं। अब इस मामले में उच्च शिक्षा विभाग से अभिमत लिया जा रहा है जबकि दिसम्बर माह से परीक्षाएं शुरू होने जा रही है। वहीं विद्यार्थी पशोपेश की स्थिति में है।

रविवि की पूरक परीक्षाएं कल से

पं. रविवि शुक्ल की पूरक परीक्षाएं कल से तीन पालियों में प्रारंभ होने जा रही है। जिसमे दस हजार अधिक विद्यार्थी विभिन्न पाठ्यक्रमों में परीक्षा में शामिल होंगे। सुबह के सत्र में बीएससी, बीबीए और बीसीए की परीक्षाएं होगी जबकि दोपहर की पाली में बीकाम की व एम काम तथा तृतीय पाली में बीए की परीक्षाएं होंगी। परीक्षा की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।

विवि को मिले पांच करोड़ का खर्च नहीं

बताया जा रहा है कि केन्द्र सरकार ने देश के सभी राज्यों के विवि को ढांचागत विकास के लिए पांच करोड़ रूपए एक साल पहले स्वीकृत कर दिए थे इस राशि को राज्य के राजधानी स्थित विवि खर्च नहीं कर पाए है। अब आबंटन रद्द होने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में आनन-फानन में फर्जी विकास खर्च का रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

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