2021 में चैंपियंस ट्रॉफी को टी-20 विश्व कप में बदल दिया जाएगा: आईसीसी
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा है कि वर्ष 2021 में चैंपियंस ट्रॉफी को टी-20 विश्व कप में बदल दिया जाएगा;
कोलकाता। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा है कि वर्ष 2021 में चैंपियंस ट्रॉफी को टी-20 विश्व कप में बदल दिया जाएगा। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्डसन ने यहां पांच दिवसीय बैठक की समाप्ति के बाद संवाददाताओं को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, "चैंपियंस ट्राफी, एक तरह से देखें तो विश्वकप (50 ओवर मैचों की प्रतियोगिता) की तरह ही है। इन दोनों में फर्क करना मुश्किल होता है। नए फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) में न केवल लीग को शामिल किया जाएगा बल्कि 50 ओवरों के दो विश्व कप, 2019 और 2023, को भी शामिल किया जाएगा। इसमें आस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 विश्व कप, पुरुष व महिला दोनों, शामिल हैं। आज की तारीख में इसमें 2021 की चैंपियन्स ट्राफी भी शामिल है लेकिन हमने सोचा है कि यह फैसला किया जाए कि इसे टी 20 विश्व कप में बदल दिया जाए।"
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) चैंपियंस ट्राफी को टी-20 विश्वकप में बदलने के खिलाफ था। लेकिन, रिचर्डसन का कहना है कि बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी बैठक में मौजूद थे और उन्होंने इसके पक्ष में अपना मत दिया है।
रिचर्डसन ने कहा," बीसीसीआई के प्रतिनिधि उस समय बैठक में मौजूद थे, जब यह सब फैसले लिए गए। फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। इसलिए मुझे नहीं लगता है कि यह कोई मुद्दा है।"
यह पूछे जाने पर कि भारत में 2021 और 2023 में विश्वकप के आयोजनों से भारत के सामने कर एक मुद्दा बन सकता है और यह टूर्नामेंट को प्रभावित कर सकता है।
इस पर आईसीसी कार्यकारी ने कहा," हम कर छूट को इस समय किनारे रखना चाहते हैं। भारत के लिए कार्यक्रम (20121) निर्धारित है और 2023 में विश्वकप भी है। कर को लेकर हम बीसीसीआई के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा कि अब हर दो साल में टी-20 विश्वकप खेला जाएगा।
रिचर्डसन ने कहा, "प्रत्येक दो साल में टी-20 विश्वकप होगा और प्रत्येक चार साल में विश्वकप खेला जाएगा।"
यह पूछे जाने पर कि प्रथम एफटीपी में आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में भारत और पाकिस्तान शामिल नहीं हैं तो फिर आईसीसी इसे कैसे लागू करेगा।
उन्होंने कहा, यह एक मुद्दा है जो दायरे से काफी परे है। यहां तक की बीसीसीआई भी इस पर आसानी से फैसला नहीं कर सकता, न ही पाकिस्तान। यह और भी ज्यादा जटिल है।"
There is a common desire that it will be great if India & Pakistan can play each other, specifically in bilateral series. The issue is quite complicated I am afraid. It is going to take a lot than just two boards agreeing: Dave Richardson, CEO of ICC pic.twitter.com/3bwZMLO2D4