प्लास्टिक चावल की शिकायत पर पहुंचे खाद्य आयोग के अध्यक्ष
जिला मे पीडीएस और एमडीएम मे नकली चावल की शिकायत ने शासन की योजना पर पलीता लगा दी है;
जांजगीर। जिला मे पीडीएस और एमडीएम मे नकली चावल की शिकायत ने शासन की योजना पर पलीता लगा दी है।
अलग-अलग जगहों से मध्यान्ह भोजन के लिए मिले चावल पर आ रही शिकायतें पालकों व छात्रों के बीच अजीब सा भय का वातावरण निर्मित कर दिया है। कई स्कूलों में एमडीएम बनना ही लगभग बंद सा हो गया है। क्योंकि यहां आबंटित चावल की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े हुये है।
ऐसे में शासन की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग भी सकते में है। जो लगातार ऐसे स्कूलों का निरीक्षण कर रही है। आज खाद्य आयोग के अध्यक्ष की उपस्थिति में सर्किंट हाउस में ऐसे ही चावल के नमूने से पकाया गया भात का नमूना देखा गया।
जिला मुख्यालय के सर्किंट हाउस पहुंचे ज्योतिनंद दुबे खाद्य आयोग अध्यक्ष एवं सदस्य समीरा पैकरा ने खाद्य विभाग के अफसरों की क्लास ली। जिनके गोलमोल जवाब से श्री दुबे संतुष्ट नहीं हुये और सर्किट हाउस मे ही पीडीएस के चावल के सैम्पल को पकवाया और गोला बना कर गेंद की तरह उझाल कर देखा जिसमे चावल फिर से उछलता दिखा।
इस मामले मे खाद्य आयोग के अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक लैंब की रिपोर्ट नही आ जाती तब तक असली या नकली का फैसला नहीं हो सकता,अगर रिपोर्ट निगेटिव आएगा तो निश्चित ही दोषियो पर कडी कारवाई की जाएगी। चाहे अधिकारी कर्मचारी या मिलर सभी पर कठोर कारवाई किये जाने की बात कही है।
विदित हो कि मध्यान्ह भोजन के लिए आबंटित चावल में कथित प्लास्टिक चावल की आपूॢत किये जाने की शिकायत आधे दर्जन से अधिक स्कूलों से आने के बाद पामगढ़ क्षेत्र के ग्राम लोहर्सी में कई बच्चों ने पेट में तकलीफ की शिकायत की थी। जिसके बाद से ही यह मामला जिले में सुर्खियों में बना हुआ है।