केंद्रीय हिंदी संस्थान मास्को में भी खुलेगा
केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा अब राष्ट्रीय महत्व का संस्थान बनेगा और छात्रों को डिग्री दे सकेगा तथा उसका एक केंद्र मास्को में भी खुलेगा। ;
नयी दिल्ली। केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा अब राष्ट्रीय महत्व का संस्थान बनेगा और छात्रों को डिग्री दे सकेगा तथा उसका एक केंद्र मास्को में भी खुलेगा।
इस आशय के एक प्रस्ताव को मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में गत दिनों संस्थान के संचालन मंडल की बैठक में इसे मंजूरी दी थी।
संस्थान के निदेशक डॉ नंद किशोर पांडेय ने यूनीवार्ता को बताया कि 1962 में स्थापित यह संस्थान अहिंदी भाषी शिक्षकों को हिंदी का प्रशिक्षण देने का काम करता रहा है और 54 हज़ार शिक्षकों को प्रशिक्षित कर चुका है। अब तक वह डिप्लोमा देता है पर राष्ट्रीय स्तर का संस्थान बनने से वह डिग्री भी दे सकेगा और छात्र पी एच डी भी कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि बैठक में श्री जावेडकर ने संस्थान का एक केंद्र मास्को में खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी । अब तक केवल श्रीलंका में ही इसका विदेशी केंद्र था। उन्होंने बताया कि संस्थान के लिए 16 नए शिक्षकों के पद की भी मंजूरी मिली है।
उन्होंने बताया कि संसद से ककानून बनने के बाद हम डिग्री दे सकेंगे। उन्होंने बताया कि अब तक 200 विदेशी छात्रों को भी डिप्लोमा दिया जा चुका है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत स्थापित यह विश्विद्यालय प्रख्यात हिंदी सेवी मोटूरि सत्यनारायण के प्रयासों से बना था।
बैठक में संस्थान के उपाध्यक्ष डॉ कमल किशोर गोयनका, अवनिजेश अवस्थी, नरेंद्र मिश्र आदि ने भी भाग लिया। संस्थान के पदेन अध्यक्ष मानव संसाधन विकास मंत्री होते हैं।