किसानों के प्रदर्शन पर बोले कनाडा के पीएम- "हालात हैं चिंताजनक"
भारत में इन दिनों किसान बनाम सरकार की लड़ाई चल रही है। देश के किसान केंद्र सरकार के तीन नए कानूनों के विरोध में सड़कों पर हैं;
नई दिल्ली। भारत में इन दिनों किसान बनाम सरकार की लड़ाई चल रही है। देश के किसान केंद्र सरकार के तीन नए कानूनों के विरोध में सड़कों पर हैं। देश की राजधानी छावनी में बदल चुकी है। देश के हर कोने में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और अब तो सरकार भी समझ चुकी है कि किसान झुकने वाले नहीं है। देश के अन्नदाता भी अपने इरादे पर डटे हुए हैं क्योंकि उन्हें देश के हर कोने से समर्थन मिल रहा है। सिर्फ भारत ही क्या अब तो इस किसान आंदोलन को विदेशी नेताओं और विदेशों में रह ररहे लोगों का समर्थन मिल रहा है। अब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी किसानों के इस प्रदर्शन पर टिप्पणी की है। उन्होंने सरकार की तरफ से अपनाए जा रहे किसानों के प्रति रवैये पर सवाल उठाए हैं।
जस्टिन ट्रूडो ने एक वीडियो के जरिए अपनी बात रखी और उन्होंने कहा ’अगर मैं किसानों द्वारा प्रदर्शन के बारे में भारत से आ रही खबरों पर ध्यान देना शुरू नहीं करता तो बेपरवाह होता। वहां स्थिति चिंताजनक है... शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए कनाडा हमेशा खड़ा रहेगा। हमने अपनी चिंताओं को रेखांकित करने के लिए कई जरियों से भारतीय अथॉरिटीज से संपर्क किया है।’’
The right to protest peacefully is the foundation of a democratic nation. Proud of Trudeau for raising our concerns with the Indian government. #FarmersProtest pic.twitter.com/8fyymrV1nu
जस्टिन ट्रूडो की ये टिप्पणी तब आई है जब कनाडा में भी भारत में हो रहे किसान आंदोलन के सपोर्ट में लोग सड़कों पर है। सबका कहना यही है कि किसानों के प्रति मोदी सरकार का रवैया सही नहीं है। किसानों को शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने का अधिकार है और सरकार की तरफ से कराई जा रही लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल एक अमानवीय कृत है। कनाडा से लेकर ऑस्ट्रेलिया में "No farmers No food" के स्लोगन के साथ लोग सड़कों पर हैं। अब तो भारत में हो रहे इस किसान आंदोलन की गूंज विदेशों में भी गूंज रही है। अब देखना होगा कि भारत की सरकार इस पर कितनी जल्दी एक्शन लेती है।