उत्तराखंड के चमोली में टूटा ग्लेशियर, ऋषिकेश से लेकर यूपी तक अलर्ट
उत्तराखंड में एक बार फिर से प्राकृतिक आपदा की मार देखने को मिली है;
नई दिल्ली। उत्तराखंड में एक बार फिर से प्राकृतिक आपदा की मार देखने को मिली है। जी हां आज रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले के रैनी में ग्लेशियर टूट गया है। सामने आ रही तस्वीरों से तो साफ है कि ये भयावह परिस्थिति पैदा कर सकता है।
उत्तराखंड के चमोली में टूटा ग्लेशियर, ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट तबाह #DeshbandhuNews #Chamoli pic.twitter.com/yIs6rLSL7d
ग्लेशियर फटने से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। वहीं, चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है। कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुट गए हैं।
धौली नदी में आई बाढ़ को देखने हुए चमोली जिले में अलर्ट कर दिया गया है और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा ऋषिकेश में भी अलर्ट जारी किया गया है। नदी से बोट संचालन और राफ्टिंग संचालकों को तुरंत हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस पूरे मामले पर खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संज्ञान लिया है वह खुद मौके पर जा रहे हैं। सरकार की तरफ से संकट में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन भी जारी कर दिया गया है।
चमोली ज़िले से एक आपदा का समाचार मिला है। ज़िला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी प्रकार की अफ़वाहों पर ध्यान ना दें । सरकार सभी ज़रूरी कदम उठा रही है।
एहतियातन भागीरथी नदी का फ्लो रोक दिया गया है। अलकनन्दा का पानी का बहाव रोका जा सके इसलिए श्रीनगर डैम तथा ऋषिकेष डैम को खाली करवा दिया है। SDRF अलर्ट पर है। मेरी आपसे विनती है अफवाहें न फैलाएं। सरकारी प्रमाणिक सूचनाओं पर ही ध्यान दें। मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं।
चमोली के रिणी गांव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभावना है। नदी में अचानक पाने आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को क्षेत्र से हटाया जा रहा है।
तपोवन में रेस्क्यू कार्य जारी।
पुलिस प्रसाशन मोके पर। pic.twitter.com/OuQT3wEVz5
आवश्यक सूचना
जनमानस को सूचित किया जाता है कि तपोवन रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को क्षति पहुँची है,जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है,ज़िस कारण अलकनंदा नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील है कि अतिशीघ्र सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूँ - मेरी सभी से विनती है कि कृपया कोई भी पुराने video share कर panic ना फैलाएँ। स्थिति से निपटने के सभी ज़रूरी कदम उठा लिए गए हैं । आप सभी धैर्य बनाए रखें।
अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
आपको बता दें कि ग्लेशियर फटने के बाद बांध क्षतिग्रस्त हुआ। जिससे नदियों में बाढ़ आ गई है। तपोवन बैराज पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। श्रीनगर प्रशासन भी अलर्ट पर है। इस पूरी हादसे पर चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने कहा है कि भारी नुकसान होने की खबरें हैं। फिलहाल लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। साथ ही इस नदी के रास्ते में पड़ने वाली सभी जगहों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
बतो दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। यूपी सरकार ने भी अफसरों को दिया अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।