निविदा प्रक्रिया में गोलमाल
नगर पंचायत माना कैम्प में 26 लाख 97 हजार की दर से 48 गुमटी निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया में गोलमाल किये जाने की बातें सामने आ रही है;
रायपुर। नगर पंचायत माना कैम्प में 26 लाख 97 हजार की दर से 48 गुमटी निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया में गोलमाल किये जाने की बातें सामने आ रही है। इसमें विधायक प्रतिनिधि ग्रामीण ने प्रश्नचिन्ह लगाते हुए नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि पिछले कई वर्षों के दौरान नगर पंचायत माना कैम्प में किसी निर्माण के लिए ऊंची दर पर टेंडर खोले जाने थे। जिसमें अनियमितता की बाते सामने आई है। उनकी मांग है कि नगर पंचायत की निविदा प्रक्रिया की जांच होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत माना कैम्प के अंतर्गत पीएल होम वार्ड क्रमांक 12 में 26 लाख 97 हजार की राशि से 48 गुमटियां के निर्माण के लिये टेंडर जाी होना था लेकिन टेंडर में किसी खास को लाभ पहुंचाने की दृष्टि से विलंब किया गया। यहां तक कि 15 जून को जारी होने वाला टेंडर 16 जून को खोला गया। जिसमें उक्त खास निविदा को स्वीकृति प्रदान की गई जिसे निविदा मिलना पहले से तय था। यहां तक कि उक्त टेंडर के आमंत्रित आवेदनों के लिफाफे नगर पंचायत के जांच अधिकारी अशोक चंद्राकर स्वयं लिफाफे को लेकर चले गये। बाद में किसी खास को जारी करते हुए 16 जून को टेंडर खोला गया। बताया जा रहा है कि उक्त निर्मंाण के लिये केवल 3 आवेदकों ने टेंडर फार्म भरा ता। विधायक प्रतिनिधि अमित घोष का आरोप है कि टेंडर प्रक्रिया मे्ं नियम का पालन नहीं हुआ है। गोलमाल कर किसी खास को टेंडर जारी किया गया है। जबकि प्रदेश के सभी नगर पंचायतों में ऑन लाइन टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जा रही है लेकिन माना पंचायत में यह प्रक्रिया नहीं रखी गई है न ही पालन हो रहा है।
ऐसी सूचना है कि टेंडर जारी कर्ता ने आवेदकांं के आवेदन के साथ हेरफेर कर मंजूरी दिलवाने में मदद की है। उन्होंने माना नगर पंचायत के अंतर्गत जारी किये जाने वाले सभी विकास कार्यों के टेंडर सूचना की जांच की मांग की है। उनका कहना था कि पिछले 7-8 वर्ष के दौरान नगर पंचायत माना कैम्प में जारी होने वाली यह सबसे बड़ी निविदा है जिसमें गड़बड़ियां सामने आ रही है। यहां तक कि प्रतिनिधि ने पूर्व में हुए टेंडरों को निशाने पर लिया है और शंका जाहिर की है। फिलहाल नगर पंचायत माना कैम्प में गड़बड़ी संबंधी आरोप लगने के बाद माहौल में तेजी आ गई है और नगर पंचायत के सभी सदस्य के बीच उक्त टेंडर चर्चा का विषय बना हुआ है।