मप्र में सिंधिया के गढ़ में भाजपा को लगा झटका, पूर्व विधायक के बेटे यादवेंद्र यादव ने थामा कांग्रेस का दामन

मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर-चंबल इलाके के अशोकनगर के प्रभावशाली परिवार के सदस्य यादवेंद्र सिंह यादव ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है;

Update: 2023-03-22 20:31 GMT

भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर-चंबल इलाके के अशोकनगर के प्रभावशाली परिवार के सदस्य यादवेंद्र सिंह यादव ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है। साथ ही यादव ने सिंधिया पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं।

इसी साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, इससे पहले पाला बदलने का दौर शुरु हो चुका है, इस बार कांग्रेस ने भाजपा को झटका दिया है। यादवेंद्र सिंह यादव के पिता देशराज सिंह यादव भाजपा के तीन बार विधायक रहे हैं, वहीं यादवेंद्र के अलावा उनकी पत्नी और मां जिला पंचायत की सदस्य हैं। यादव के साथ बड़ी तादाद में कार्यकर्ताओं ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने यादव को पार्टी सदस्यता फार्म भरवाकर और पार्टी का दुपट्टा पहनाकर सदस्यता ग्रहण कराई। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरूण यादव, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, विधायक गोपाल सिंह डग्गी राजा सहित अनेक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में मंगावली से आये कार्यकर्ता उपस्थित थे।

इस मौके पर यादव ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर आरोप लगाए और कहा कि सिंधिया के आने के बाद से क्षेत्र के पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है, वहीं भ्रष्टाचार लगातार बढ़ता जा रहा है। कई नेताओं ने बड़े-बड़े भूखंडों पर कॉलोनी बना दी है।

इस मौके पर कमलनाथ ने कहा कि जब चुनाव नजदीक आते हैं शिवराज सिंह को घोषणाओं का नशा सवार हो जाता है, वे सोचते हैं कि अपनी घोषणाओं से और तरह-तरह के प्रलोभन देकर मध्यप्रदेश की सरल स्वभावी जनता को गुमराह कर पाएंगे। आज मुख्यमंत्री एवं भाजपा अपने 18 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब नहीं दे पा रहे। यही कारण है कि 160 से ज्यादा जगहों पर इनके द्वारा चलाई जा रही विकास यात्रा का विरोध हुआ।

कमलनाथ ने कहा कि शिवराज को आज बहने याद आ रही है, मैं केंद्र के एनसीआरबी के आंकड़ों के आधार पर कह रहा हूं कि पहले यह किसान पुत्र बनते थे तो प्रदेश में सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या हुई, फिर यह मामा बनते थे तो प्रदेश की मासूम बच्चियों के साथ, आदिवासियों के साथ शोषण हुआ। मुझे तो इन नौजवानों के भविष्य की चिंता है, इनका भविष्य सुरक्षित रहे, यदि इन नौजवानों का भविष्य अंधकार मंे होगा तो प्रदेश का भविष्य कैसे अच्छा रहेगा।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि हुई है। कांग्रेस की सरकार के समय मंदसौर और नीमच अतिवृष्टि हुई थी तो जल्द से जल्द मुआवजा दिया था। आज सिर्फ ओलावृष्टि की बात नहीं है, ओलावृष्टि से ज्यादा नुकसान बारिश एवं अतिवृष्टि से हुआ है जल्द से जल्द सर्वे करवाकर मुआवजा दे सरकार। शिवराज का आधे से ज्यादा समय तो कमलनाथ की आलोचना में चला जाता है, आलोचना करके सरकार नहीं चलती है। वहीं भाजपा अपने तीन वर्ष पूरे होने पर आयोजन कर रही है, शायद यह आयोजन इसलिए है कि किस प्रकार से खरीद-फरोख्त कर सरकार बनाई गई थी।

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