भाजपा, सहयोगी दलों ने सीएए बाद अफगान सिखों के पहले जत्थे का स्वागत किया

सीएए के प्रभाव में आने के कई महीनों बाद, सत्तारूढ़ भाजपा और इसके सहयोगी अकाली दल के नेताओं ने रविवार को यहां धार्मिक उत्पीड़न से परेशान होकर पहुंचे अफगान सिखों के पहले जत्थे का स्वागत किया;

Update: 2020-07-27 02:56 GMT

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन अधिनियम(सीएए) के प्रभाव में आने के कई महीनों बाद, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और इसके सहयोगी अकाली दल के नेताओं ने रविवार को यहां धार्मिक उत्पीड़न से परेशान होकर पहुंचे अफगान सिखों के पहले जत्थे का स्वागत किया। भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, राष्ट्रीय सचिव आर.पी. सिंह और अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने अफगान सिखों का भगवा अंगवस्त्र से स्वागत किया। सभी जिंदगी की अनिश्चतिता से दूर भागने के बाद बेहद सुकून में दिख रहे थे।

अफगान सिखों का पहला जत्था विशेष विमान से दिल्ली पहुंचा। इनलोगों को दीर्घकालीन वीजा व्यवस्था के तहत यहां रखा जाएगा। पहले जत्थे में कई ऐसे सिख हैं, जिन्होंने काबुल में हुए हमलों में अपने प्रियजनों को खोया है। इसके अलावा कई अफगान सिख भी अगले कुछ दिन में वापसी करेंगे।

इस जत्थे का भारत आना काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विवादित सीएए के प्रभाव में आने के बाद यहां आया पहला धार्मिक अल्पसंख्यक समूह है।

स्वागत करने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल सिरसा ने कहा कि इस जत्थे में निदान सिंह सचदेवा भी हैं, जिन्हें पहले हक्कानी नेटवर्क से जुड़े आतंकवादी संगठन ने अगवा कर लिया था।

भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने सीएए लागू करने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। उन्होंने दावा किया कि इससे अफगान सिखों को यहां आने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जो लोग सीएए का विरोध करते थे, उन्हें अब यह जान लेना चाहिए कि यह कानून कितना महत्वपूर्ण है।
 

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