ऐतिहासिक स्कूल की मरम्मत कराने बच्चे पहुंचे कलेक्ट्रेट

बिलासपुर ! मुन्नुलाल शुक्ल स्कूल के बच्चों ने आज कलेक्ट्रेट को ज्ञापन देकर जर्जर स्कूल की मरम्मत कराने की मांग की। आज दोपहर स्कूल के बच्चे पैदल रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।;

Update: 2017-03-11 22:23 GMT

बिलासपुर !   मुन्नुलाल शुक्ल स्कूल के बच्चों ने आज कलेक्ट्रेट को ज्ञापन देकर जर्जर स्कूल की मरम्मत कराने की मांग की। आज दोपहर स्कूल के बच्चे पैदल रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।
युकां नेता अमित दुबे ने कहा कि शहर के रिहायशी इलाके में गरीब व मध्यम परिवार के बच्चे इस पुराने स्कूल मं पढ़ते हैं लेकिन निगम व जिला प्रशासन इस जर्जर भवन की सुध नहीं ले रहा। इस शाला के नवीनीकरण के लिए पूर्व में 40 लाख की राशि स्वीकृत की गई थी लेकिन यह राशि सामुदायिक भवन क निर्माण में खर्च कर दी गई। इस मामले की जांच होना चाहिए। आज स्कूल की छात्र-छात्राओं के साथ कांग्रेस के नेता जिला प्रशासन के पास पहुंचे और बच्चों ने अधिकारियों से हाथ जोडक़र निवेदन करते हुए 104 साल पुराने जर्जर स्कूल की हालत सुधारने एवं जीर्णोद्धार की मांग की। बच्चों ने यह भी कहा कि यहां कभी बड़ा हादसा हो सकता है। कांग्रेस पार्षद पुष्पा दुबे का कहना है कि शहर में ज्ञानस्थलीय योजना के अंतर्गत सभी स्कूलों का जीर्णोद्धार नगर निगम व जिला प्रशासन करा रहा है लेकिन गोंडपारा नदी किनारे 104 साल पुराने पं.मुन्नुलाल शुक्ल स्कूल की हालत सुधारने निगम ने पहल नहीं की। लोक निर्माण विभाग द्वारा स्कूल की छत को तोड़ दिया गया। अब पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। खुली छत के नीचे बच्चे पढऩे को मजबूर हैं। जर्जर स्कूल की सुधार जरुरी है। पार्षद पुष्पा दुबे ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही प्रशासन स्कूल का मरम्मत कार्य प्रारंभ नहीं करेगा तो नागरिकों के साथ वे आंदोलन को मजबूर होगी। कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव, शिवा मिश्रा, शेख नजरुद्दीन, पूर्व विधायक चंद्रप्रकाश बाजपेयी, शैलेन्द्र जायसवाल भी स्कूली बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। कांग्रेस नेताओं ने जिला प्रशासन के समक्ष विरोध जताते हुए कहा कि सरकार को शराब दुकान बनाने की जल्दबाजी है। जबरिया दुकानों का निर्माण करा रहे लेकिन स्कूली का जीर्णाेद्धार करने फुर्सत नहीं है।
104 साल पुराना है स्कूल
104 साल पुराने शहर की धरोहर पं.मुन्नुलाल शुक्ल की दयनीय हालत को लेकर अटल श्रीवास्तव व शिवा मिश्रा का कहना है कि एक तरफ सरकार बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने बखान कर रही है तो दूसरी ओर शहर के मध्य गरीबों की स्कूल में बच्चे अव्यवस्था है। शौचालय में गंदगी पसरी पड़ी है। कभी स्कूल का रंग-रोगन नहीं होता। पार्षद पुष्पा दुबे की पहल पर मरम्मत कार्य शुरू किया गया था लेकिन अधूरा काम छोड़ दिया गया। आज प्रशासन को ज्ञापन सौंपने वालों में कांग्रेस नेताओं के साथ अमित दुबे, उत्तम दुबे, गौरव, सजमन बाग, दीपक मौर्य, सुदेश दुबे, अशोक राजवाल, शंकर यादव, नवीन आदि मौजूद थे। युकां नेता अमित दुबे ने मंत्री अमर अग्रवाल शिक्षामंत्री व प्रदेश शासन के सचिव को पत्र भेजा है।
कक्षाओं में भर जाता है पानी
विगत कई वर्षों से इस शाला की स्थिति बहुत ही जीर्ण-शीर्ण बनी हुई है, छतों के छप्पर भी गायब हो गए हैं। दीवालों के प्लास्टर भी उखड़ चुके हैं, लिखने के ब्लैकबोर्ड भी नहीं है। बारिश होने पर पूरे कक्षाओं में पानी भर जाता है। इतनी दयनीय स्थिति में भी गरीब परिवार के बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूरी में आते हैं। पं.पुन्नूलाल शुक्ल स्कूल शहर के बीचो-बीच स्थिति है। इसकी इतनी खराब स्थिति होने से प्रदेश के दुरस्त इलाकों के स्कूलों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। अमित दुबे ने कहा कि नगर निगम द्वारा कई बार बजट आने के बाद भी स्कूल के पैसे को दूसरे मदों में खर्च कर दिया गया, इससे यहां के विधायक की मंशा साफ जाहिर होती है कि बिलासपुर के महापुरुषों के लिए उनके मन में कितना आदर व सम्मान है, जो पं.मुन्नुलाल शुक्ल जैसे महान व्यक्ति के नाम की स्कूल की आज यह स्थिति है। विद्यालय में एक भी शौचालय एवं मूत्रालय भी अच्छी स्थिति में है। जिसके कारण छात्र-छात्राओं को खुले में ही जाना पड़ता है।

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