पंजाब के सीएम भगवंत मान का बड़ा ऐलान, 23 मार्च से शुरू होगी एंटी करप्शन हेल्पलाइन, व्हाट्सएप से दर्ज होगी शिकायत
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं;
नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। 24 घंटे में भगवंत मान ने पंजाब की जनता को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है। गुरुवार को उन्होंने प्रदेश के लोगों के लिए बड़ी घोषणा की। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि 23 मार्च शहीद दिवस पर एंटी-करप्शन हेल्पलाइन शुरू की जाएगी। यही नहीं सीएम मान ने कहा कि प्रदेश के लोग व्हाट्सएप के जरिए भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इससे पहले सुबह ही सीएम मान ने ट्वीट के जरिए इस बात का संकेत दे दिया था, कि आज वे ऐतिहासिक फैसला लेने जा रहे हैं। जो अब तक किसी ने नहीं लिया होगा।
घूस मांगने वाले का वीडियो/ऑडियो बना करे मुझे भेजें
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, 23 मार्च को शहीद दिवस के मौके पर मैं एक हेल्पलाइन शुरू करूंगा, जो मेरा निजी व्हाट्सएप नंबर होगा। पंजाब में अगर कोई आपसे घूस मांगता है तो मना न करें, वीडियो/ऑडियो रिकॉर्डिंग बनाकर उस नंबर पर भेज दें।’
सीएम मान ने कहा कि, ‘मेरा कार्यालय मामले की जांच करेगा और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।’ उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों को अपना काम खास तौर पर सरकार काम कराने के लिए किसी को रिश्वत या घूस देने की जरूरत नहीं है।
भगत सिंह जी के शहीदी दिवस पर, हम anti-corruption हेल्पलाइन नम्बर जारी करेंगे। वो मेरा पर्सनल वॉट्सऐप नंबर होगा। अगर आपसे कोई भी रिश्वत मांगे, उसकी वीडियो/ऑडियो रिकॉर्डिंग करके मुझे भेज देना। भ्रष्टाचारियों के ख़िलाफ़ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
पंजाब में अब भ्रष्टाचार नहीं चलेगा।
पंजाब के नए मुख्यमंत्री की ओर से ये ऐलान ऐसे समय पर किया गया है, जब कुछ घंटे पहले ही भगवंत मान ने कहा था कि वह राज्य के हित में बड़ा फैसला करने वाले हैं। ये एक ऐसा कदम होगा, जिसे अभी तक पंजाब के इतिहास में किसी ने उठाया है। ऐसे में माना जा रहा था कि वह कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं।
एंटी करप्शन के साथ ही रखी गई थी आप की नींव
दिल्ली की तरह पंजाब में भी आम आदमी पार्टी की सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में जुटी हुई है। आप ने अपने गठन की नींव ही भ्रष्टाचार को खत्म करने को लेकर रखी थी।
ऐसे में इस बात की उम्मीद जताई जा रही थी कि वह इसी तरह का कोई फैसला पंजाब को लेकर भी कर सकती है।