भाजपा विधायक ने ही सरकार को घेरा, मंत्री पर लगाया सदन को गुमराह करने का आरोप
भोपाल । हाल ही में पचमढ़ी में हुए भाजपा विधायकों के शिविर में दी गई सीख को दरकिनार करते हुए विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने आज अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।;
पचमढ़ी में दी गई सीख का नहीं हुआ असर
भोपाल । हाल ही में पचमढ़ी में हुए भाजपा विधायकों के शिविर में दी गई सीख को दरकिनार करते हुए विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने आज अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। श्री कुशवाह ने कम्प्यूटर खरीदी के मामले में अपनी ही पार्टी के पूर्व सांसद रामलखन सिंह और सामान्य प्रशासन विभाग के तत्कालीन सचिव मुक्तेश वाष्णेय पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार पर इन्हें बचाने का आरोप लगाया।
श्री कुशवाह का कहना था, कि इनके खिलाफ जांच रिपोर्ट आने के बाद भी सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने बताया, कि वर्ष 2000 में भिण्ड जिले के स्कूलों में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत 23 विद्यालयों के लिए 115 कम्प्यूटर खरीदी में भारी अनियमितताएं हुई थीं। यह कम्प्यूटर बिना टेंडर किए 16 लाख रुपए में खरीदे गए थे। प्रश्नकाल के दौरान श्री कुशवाह ने यह मामला उठाते हुए कहा, कि 17 साल बीत जाने के बावजूद भी इस मामले में कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस मामले में सरकार का पक्ष रखते हुए सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य ने कहा, कि मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी। इस पर श्री कुशवाह ने यहां तक कहा, कि मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं, जांच रिपोर्ट आ चुकी है, जानबूझकर इस मामले में कार्रवाई नहीं की जा रही है। विधायक के तीखे तेवर देख सत्तापक्ष के अन्य सदस्य भी हैरत में थे, वहीं विपक्षी सदस्यों ने कुशवाह के आरोपों को सही ठहराया। उल्लेखनीय है, कि हाल ही में पचमढ़ी में हुए भाजपा के शिविर में यह नसीहत दी गई थी, कि वे सदन में विपक्षी की तरह आचरण नहीं करें। लेकिन कुशवाह ने आज इसकी परवाह किए बिना अपनी बात रखी। अब देखना यह है, कि भाजपा उनके इस रुख पर क्या राय रखती है।