अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी
भिलाईनगर ! नेवई पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व हुई महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। इस संबंध में पुलिस ने एक नाबालिग को हिरासत में ले लिया है।;
भिलाईनगर ! नेवई पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व हुई महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। इस संबंध में पुलिस ने एक नाबालिग को हिरासत में ले लिया है। पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि 13 अप्रेल को प्रात: शीतला तालाब रिसाली के पास गंगा बाई यादव नामक महिला का खून से लथपथ शव मिला था, पुलिस ने इस मामले में खोजबीन करते हुए इस मामले की गुत्थी सुलझा ली है। नेवई थाना क्षेत्र के अंतर्गत शीतला तालाब के किनारे अधेड़ महिला की सिर कुचलकर हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने शनिवार को इस मामले का खुलासा करते हुए पत्रकारों को बताया कि हत्या का आरोपी मृतिका के बेटे का दोस्त है। कड़ी पूछताछ के बाद नाबालिग आरोपी ने अपना जुर्म कबूल लिया है। बताया कि उसने डर के कारण महिला की पहले गले दबाकर फिर ईट से सिर और गर्दन में प्रहार करके हत्या कर दी।
देख लिया था आपत्तिजनक स्थिति में
मृत महिला और उसके आशिक को बेटे के दोस्त ने तालाब किनारे आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। जैसे नाबालिग महिला के पास पहुंचा। उसका आशिक वहां से भाग खड़ा हुआ। इसी बीच नाबालिग महिला और उसके आशिक की करतूत को बताने की बात कहने लगा। तब महिला उल्टा नाबालिग पर बरस पड़ी और नाबालिग को फंसाने की बात कहने लगी। यह बात सुनकर नाबालिग बुरी तरह घबरा गया। खुद को बचाने के लिए उसने महिला की हत्या कर दी।
तालाब में धोए खून से सने कपड़े
शव मिलने के बाद पुलिस ने मृत महिला के आस-पास रहने वाले लोगों से कड़ाई से पूछताछ की। इस दौरान नाबालिग की गतिविधियां काफी संदिग्ध नजर आई। पुलिस ने बताया कि तभी उस पर शक गहराता चला गया। जब हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की गई तो कुछ देर तक गुमराह करने के बाद सच उगल दिया। आरोपी ने बताया कि महिला की हत्या के बाद उसने खून से सने कपड़े तालाब में जाकर धोए थे।
कर रहा था पुलिस को फॉलो
शीतला तालाब के समीप 13 अप्रैल को महिला की हत्या करने के बाद आरोपी नाबालिग लगातार पुलिस को फॉलो कर रहा था। हत्या के वक्त पहने जूतों को उसने घर में छिपा रखा था। वहीं शर्ट, पैंट भी अच्छी तरह धोकर अलमारी में रख दिया था। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर बाल न्यायालय ले जाया गया है। केस सुलझाने में नेवई थाना प्रभारी, प्रशिक्षु आईपीएस सिद्धार्थ तिवारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रकरण में प्रशिक्षु थाना प्रभारी सिद्धार्थ तिवारी (भापुसे) के अथक प्रयास व निरंतर पूछताछ में साउनि गोरले, राजेश पांडे, थाना पेट्रोलिंग स्टाफ के साथ-साथ क्राईम ब्रांच प्रधान आरक्षक राजेश सिंह एवं मुरली कश्यप, आरक्षक शमीम एवं अनुप तथा भावेश का सराहनीय योगदान रहा।