प्रदेश के युवा ‘जॉब सीकर्स की बजाय जॉब गिवर्स’ बनें: खट्टर
हरियाणा ने अब ऐसे मॉडल पर काम करना शुरू कर दिया है कि प्रदेश के युवा ‘जॉब सीकर्स की बजाय जॉब गिवर्स’ बने;
गुरुग्राम। हरियाणा ने अब ऐसे मॉडल पर काम करना शुरू कर दिया है कि प्रदेश के युवा ‘जॉब सीकर्स की बजाय जॉब गिवर्स’ बने अर्थात् वे रोजगार तलाशने के वजाय रोजगार देने वाले बनें और इस कड़ी में राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज नेस्सकॉम के सहयोग से स्थापित हारट्रोन के इनोवेशन एवं स्टार्टअप हब का उद्घाटन किया।
इस स्टार्ट अप हब में मोबाइल एैप्प विकसित करने का सैंटर, दिव्यांगों के लिए कौशल प्रशिक्षण केंद्र, इंटरनेट ऑफ थिंग्स का सैंटर ऑफ एक्सीलैंस, विलेज लैवल एंटरप्रन्योर(ग्राम स्तरीय उद्यमी) के लिए प्रशिक्षण अकादमी आदि की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
इस इसमें संयुक्त राष्ट्र की टैक्नॉलोजी तथा इनोवेशन लैब भी खुलेगी। यह हब नेस्सकॉम के देश में 10 हजार स्टार्ट अप वेयर हाऊस खोलने की परियोजना का हिस्सा है।
इस मौके पर खट्टर ने कहा कि इस हब में कार्यरत स्टार्ट-अप्स को सक्षम पोर्टल के साथ जोड़ा जाएगा। सक्षम पोर्टल में पंजीकृत युवाओं को स्टार्ट अप्स बताएंगे कि उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें कौन सा और प्रशिक्षण लेना चाहिए ताकि उन्हेें रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें या वे अपना कोई रोजगार शुरू कर सकें। उन्होंने कहा कि सक्षम योजना के अंतर्गत प्रदेश में लगभग 45 हजार बेरोजगार युवा पंजीकृत हैं जिन्हें इससे फायदा मिल सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हब में छह सैंटर चलाए जाएंगे तथा प्रदेश के विश्वविद्यालयों के इनक्यूबेशन सैंटरों को भी इस हब के साथ जोड़ा जाएगा।
यह हब पूरे हरियाणा में एक रिसोर्स सैंटर का काम करेगा।इस मौके पर हारट्रोन के प्रबंध निदेशक विजेंद्र कुमार और अन्य अधिकारी मौजूद थे।