सेना को लेकर राजनीति करना पाप है: भाजपा
जनरल बिपिन रावत की जम्मू-कश्मीर के युवाओं को नसीहत का समर्थन करते हुए इस मुद्दे पर कांग्रेस के नेताओं के बयानों की निंदा की है।;
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की जम्मू-कश्मीर के युवाओं को नसीहत का समर्थन करते हुए इस मुद्दे पर कांग्रेस के नेताओं के बयानों की निंदा की है और कहा है कि सेना को लेकर राजनीति करना ऐसा पाप है जिसका प्रायश्चित ही नहीं है।
केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. जितेन्द्र सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य में आतंकवाद निरोधक अभियान के पहले सेना अध्यक्ष ने राज्य के उन मासूम युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये चिंता व्यक्त की है न कि चेतावनी दी है। लेकिन सेना प्रमुख के बयान पर कांग्रेस के नेताओं ने जो बयानबाज़ी शुरू की है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले इन्हीं नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त भी सेना पर सवाल उठाये थे। डॉ. सिंह ने कहा कि विश्व के किसी भी विकसित लोकतंत्र में भी सेना की कार्रवाई या सेना प्रमुख के इरादे पर सवाल नहीं उठाये जाते। उन्होंने कहा,“ हम चैन से तभी सो पाते हैं जब सैनिक जागते हैं। जब हम खा रहे होते हैं तो वे भूखे पेट सरहद पर चौकसी करते हैं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के बयान न केवल निंदनीय बल्कि पाप हैं, उनका प्रायश्चित नहीं है।
सेना की आड़ में राजनीति करने से सैनिकाें के मनोबल पर असर पड़ता है और देश के लिये नुकसानदेह होता है। उन्होंने कहा कि सेनाध्यक्ष के बयान में चेतावनी नहीं चिंता दिखती है। आतंकवाद निरोधक कार्रवाई में मासूमों की जान न जाये और वे गोलीबारी की ज़द से दूर रहें, उन्होंने इस बात को लेकर संवेदनशीलता व्यक्त की है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक की ओर से भी जो परामर्श जारी किया गया है उसमें भी यही संवेदनशीनलता व्यक्त की गयी है। लेकिन कांग्रेस दिखा रही है कि सेना मानो कश्मीर के युवाओं के पीछे पड़ गयी है।
वोट के लिये यह पार्टी किसी भी घिनौने स्तर पर उतरने को तैयार है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की तर्ज पर कुछ क्षेत्रीय कश्मीरी पार्टियां कुछ कुछ अलगाववादी विचार व्यक्त कर रही हैं।
चुनाव जीतने के बाद भारतीय संविधान की शपथ लेने वाले लोग सत्ता से हटने के बाद सस्ती राजनीति के लिये संविधान के दायरे के बाहर जाने से परहेज नहीं करते हैं। डॉ. सिंह ने अलगाववादियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सिद्धांत नहीं, सुविधा की राजनीति करते हैं।
कश्मीर का युवा समझने लगा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने विकास की जो रफ्तार पकड़ी है, उसमें कहीं वे पीछे न छूट जायें। कांग्रेस यही सब देख कर अपने भविष्य को ओझल और बोझिल जानकर कुंठित हो रही है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बीते सत्तर साल में कांग्रेस या उसके सहयोगी दलों की सरकारें रहीं हैं तथा श्री गुलाम नबी अाज़ाद के मुख्यमंत्रित्व काल में अमरनाथ का बड़ा आंदोलन हुआ था जिसके बाद श्री आज़ाद को पद छोड़ना पड़ा था।