आंध्र : जमीन घोटाले में एमएलसी जी. दीपक रेड्डी निलंबित
आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने गुरुवार को विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) जी. दीपक रेड्डी को निलंबित कर दिया;
अमरावती। आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने गुरुवार को विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) जी. दीपक रेड्डी को निलंबित कर दिया। रेड्डी को पिछले हफ्ते एक जमीन घोटाले में उनकी सहभागिता के लिए गिरफ्तार किया गया था।
रेड्डी के खिलाफ आरोपों को गंभीरतापूर्वक लेते हुए तेदेपा प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने एमएलसी रेड्डी को निलंबित कर दिया। रेड्डी पार्टी के सांसद जे. सी. दिवाकर रेड्डी के नजदीकी रिश्तेदार हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, "नायडू ने पार्टी के नेताओं और मंत्रियों ने टीडीपी की समन्वय समिति की एक बैठक के दौरान कहा था कि जो लोग भ्रष्टाचार का सामना कर रहे हैं, उनके लिए पार्टी में कोई जगह नहीं।"
नायडू ने इस बात को स्पष्ट किया कि पार्टी के नाम को खराब करने वालों के प्रति सहिष्णुता को कोई सवाल ही नहीं उठता।
पिछले हफ्ते, हैदराबाद पुलिस ने रेड्डी और उनके दो सहयोगियों को जमीन के हस्तांतरण की धोखाधड़ी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। शहर पुलिस ने उन्हें दो हफ्ते के लिए जेल भेजा है।
एमएलसी रेड्डी और उसके सहयोगियों पर हैदराबाद शहर के आसिफनगर और बंजारा हिल्स क्षेत्र में 160 करोड़ से ज्यादा की कीमत वाली जमीन के अतिक्रमण में शामिल होने का आरोप है।
एक महीने से भी कम समय में भ्रष्टाचार के आरोप में रेड्डी तेदेपा से निलंबित होने वाले दूसरे एमएलसी हैं।
पिछले महीने, वकाती नारायण रेड्डी को उनके खिलाफ एक धोखाधड़ी और कर्ज चुकाने में नाकाम रहने के कारण केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा एक मामला दर्ज किया गया था।
सीबीआई ने नेल्लोर शहर में एमएलसी के घर और हैदराबाद एवं बैंगलुरू में उनके ऑफिस वीएनआर इंफ्रास्ट्रक्चर की तलाशी ली थी।
जांच एजेंसी ने उनके और उनकी कंपनियों के खिलाफ जाली दस्तावेजों का उपयोग करके आईएफसीआई से 190 करोड़ का एक कर्ज लेने और बाद में इसे नहीं चुका पाने का एक मामला दर्ज किया था।