आलोक टंडन ने सीईओ का संभाला पदभार
शहर की औद्योगिक छवि को लौटाने, बिल्डर बायर्स मुद्दों को निस्तारित करने के ठोस इरादों के साथ शनिवार को आलोक टंडन ने नोएडा प्राधिरकण में मुख्य कार्यपालक अधिकारी का पादभार ग्रहण किया;
नोएडा। शहर की औद्योगिक छवि को लौटाने, बिल्डर बायर्स मुद्दों को निस्तारित करने के ठोस इरादों के साथ शनिवार को आलोक टंडन ने नोएडा प्राधिरकण में मुख्य कार्यपालक अधिकारी का पादभार ग्रहण किया। नवनियुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने प्राधिकरण के सभी विभागों के अधिकारियों के साथ एक-एक कर वार्ता की। फाइलों का आकलन किया। साथ ही शहर के विकासीय कार्यों का जाएजा लिया।
शहर में बिल्डर-बायर्स मुद्दा हावी है। बायर्स का बिल्डर, प्रशासन, सरकार व प्राधिकरण के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन जारी है। शहर में बने इस विपरीत महौल को ही पुराने सीईओ के तबादले का कारण माना जा रहा है। सरकार की मंशा के अनुकूल, शहर की छवि को सुधारने व औद्योगिक विकास को मजबूती देना ही नए मुख्य कार्यपालक अधिकारी की प्राथमिकता रहेगी। इसकी शुरुआत शनिवार को पद भार ग्रहण करने के साथ हुई। सीईओ ने आवासीय, व्यवसायिक, औद्योगिक, उद्यान, विद्युत यांत्रिकी के अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक की। इसके बाद प्राधिकरण एसीईओ, वित्तीय नियंत्रक के साथ बैठक हुई। इस मौके पर प्राधिकरण की गिरती वित्तीय स्थिति की पूरी रिपोर्ट मांगी गई।
शहर की भौतिक स्थिति, अवैध निर्माण पर की जा रही कार्यवाही की जानकारी भी ली गई। दिन भर चली बैठकों के बीच मंशा स्पष्ट होती दिख रही है। प्राधिकरण की गिरती वित्तीय स्थिति को सुधारना, पैसों की रिकवरी करना साथ ही बिल्डर बायर्स मुद्दों को प्राथमिकता के तौर पर निस्तारित करना रहेगी। इसके अलावा सीईओ के पास एनएमआरसी का भी चार्ज है। लिहाजा मेट्रो से जुड़ी परियोजनाओं की जानकारी भी ली गई।