बीएमसी में फर्जीवाड़े का आरोप, सड़क पर उतरेंगे उद्धव ठाकरे
नगर निकाय में कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि '' उनकी पार्टी एक जुलाई को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) तक विरोध मार्च निकालेगी;
मुंबई। नगर निकाय में कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि '' उनकी पार्टी एक जुलाई को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) तक विरोध मार्च निकालेगी।'' बताया जा रहा है कि इस विरोध मार्च का नेतृत्व पूर्व मंत्री और विधायक आदित्य ठाकरे और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता करेंगे, जिसमें मुंबई और अन्य शहरों से हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
शिवसेना (यूटी) ने यह कदम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा एमवीए कार्यकाल के दौरान बीएमसी के खर्च में 12,000 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी की एसआईटी जांच की घोषणा के एक दिन बाद उठाया है।
मार्च में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) द्वारा राज्य सरकार को एक विशेष ऑडिट रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद कथित घोटाला सामने आया था।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ''मॉनसून की तरह, नगर निकायों के चुनावों में भी देरी हो रही है। बीएमसी जनता के पैसों की बर्बादी कर रही है। 92,000 करोड़ रुपये की जमा राशि में से 650 करोड़ रुपये पहले ही खर्च किए जा चुके हैं।''
ठाकरे ने कहा कि ''वे बीएमसी में चल रहे भ्रष्टाचार का पदार्फाश करेंगे और अगर एमवीए के सहयोगी कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी इसमें भाग लेना चाहती हैं, तो उनका स्वागत किया जाएगा।''
यूएनओ से अपनी पार्टी की मांग का जिक्र करते हुए ठाकरे ने कहा कि ''20 जून को 'विश्व गद्दार दिवस' के रूप में घोषित किया जाए।''
नेता ने कहा कि ''सरकार सड़क और अन्य परियोजनाओं में बीएमसी के वित्तीय घोटालों की जांच के लिए एसआईटी के साथ मिलकर लोगों को भ्रमित कर रही है।''
ठाकरे ने सवाल किया कि ''शिंदे और उनकी टीम इतनी बार नई दिल्ली क्यों दौड़ती रही'' और हैरानी जताई कि ''क्या उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसियों से नोटिस मिल रहे हैं।''