विधान परिषद में अखिलेश यादव के पास पूर्ण बहुमत, इस बार क्या होगी भाजपा की स्थिति

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बीजेपी की नजर अब एमएलसी चुनाव में फिर से समाजवादी पार्टी को हराकर उच्च सदन में भी बहुमत हासिल करने की है;

Update: 2022-03-16 22:46 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बीजेपी की नजर अब एमएलसी चुनाव में फिर से समाजवादी पार्टी को हराकर उच्च सदन में भी बहुमत हासिल करने की है। चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण में 30 सीटों के लिए नामांकन 15 से 19 मार्च तक होगा। इस चरण के नामांकन पत्रों की जांच 21 मार्च को होगी और 23 मार्च तक नामांकन वापस लेने की अनुमति होगी। मतदान 9 अप्रैल को होगा। दूसरे चरण में 6 सीटों के लिए चुनाव होंगे, जिनके नामांकन 22 मार्च तक जमा किए जा सकते हैं। जांच 23 मार्च तक की जा सकती है और 25 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 9 अप्रैल को मतदान होगा और मतगणना 12 अप्रैल को होगी।

राज्य में स्थानीय निकायों के कोटे के तहत विधान परिषद में 35 सीटें हैं। इसमें एटा, मथुरा-मैनपुरी सीट से 2 प्रतिनिधि चुने जाते हैं, इसलिए 35 सीटों के लिए 36 सदस्यों का चयन किया जाता है। आमतौर पर ये चुनाव विधानसभा सत्र से पहले या बाद में होते हैं। इस बार 7 मार्च को कार्यकाल समाप्त होने के कारण चुनाव आयोग ने विधानसभा सत्र के बीच में इसकी घोषणा की। इसके बाद में यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए परिषद के चुनाव स्थगित कर दिए गए। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने स्थानीय निकाय चुनाव के लिए एमएलसी के नामों पर फैसला कर लिया है। समाजवादी पार्टी के कुछ एमएलसी को ही टिकट दिया जाएगा, जबकि अधिकांश सीटें पार्टी कैडर को मिलेंगी।

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