एम्स रायपुर का परिवार पहले चरण में वैक्सीन लेने को तैयार

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर के निदेशक प्रो डा  नितिन एम नागरकर ने कहा है कि देश भर में शुरू हो रहा कोविड.19 का वैक्सीनेशन पूर्णत: सुरक्षित है;

Update: 2021-01-09 07:48 GMT

रायपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर के निदेशक प्रो डा  नितिन एम नागरकर ने कहा है कि देश भर में शुरू हो रहा कोविड.19 का वैक्सीनेशन पूर्णत: सुरक्षित है। वैक्सीन पूरी तरह से वैज्ञानिक प्रक्रिया से गुजरकर आम लोगों तक पहुंच रही है  अत: इस संबंध में किसी भी प्रकार के भ्रम की स्थिति को उत्पन्न न होने दें। वह स्वयं और एम्स परिवार यह वैक्सीन पहले चरण में लेने के लिए तैयार हैं। प्रो नागरकर प्रेस इंफोरमेशन ब्यूरो पीआइबी रायपुर की ओर से आयोजित एक दिवसीय वेबिनार को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने आगे बताया कि पहले चरण में फोरफ्रंट में काम करने वाले लोगों को वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। इसके बाद 50 वर्ष के अधिक के लोगों कोए जो अन्य बीमारियों से ग्रस्त उनका टीकाकरण किया जाएगा। प्रो नागरकर ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान विषय का आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए और प्रदेश भर के पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि भारत में पोलियो का टीकाकरण अभियान दुनिया भर में नजीर बन गया है। इस अभियान में जो संसाधन और प्रक्रिया अपनाई गई थी लगभग वही कोरोना के वैक्सीनेशन में भी अपनाने की योजना है। वैक्सीन के बारे में किसी भी प्रकार का कोई संशय नहीं होना चाहिए। यह प्रथम चरण में चार वर्गों के लिए और बाद के चरणों में अन्य वर्ग के लिए उपलब्ध होगी।

पहले चरण में दो लाख 67 हजार को टीका  टास्कफोर्स रखेगी निगरानी 

स्वास्थ्य विभाग के राज्य टीकाकरण अधिकारी डा अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय के दिशा निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ में भी टीकाकरण की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। इसमें स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण  कोल्ड चेन  परिवन आदि शामिल हैं। टीकाकरण के लिए प्रदेश  जिला और ब्लाक स्तर पर टास्कफोर्स बनाए हैं जो टीकाकरण के प्रगति की निगरानी करेंगे। डाण् ठाकुर ने बताया कि पहले चरण में लगभग दो लाख 67 हजार लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। 

जिनको कोरोना हो चुका  उनके लिए ज्यादा फायदेमंद

वैक्सीन उन रोगियों के लिए भी लाभप्रद होगीए जिन्हें कोरोना हो चुका है। इसके अलावा जो भी वैक्सीनेशन की लिस्ट में शामिल हैंए उन्हें स्वेच्छा से बिना किसी भय के यह वैक्सीन लेनी चाहिए। यह वैक्सीनेशन कार्यक्रम हर्ड इम्यूनिटी को विकसित करने के लिए चलाया जा रहा हैए जिसमें कम से कम दो तिहाई लोगों के अंदर कोरोना के विरुद्घ एंटी बाडी विकसित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वैक्सीन लगने के बाद हल्का बुखारए दर्द या खिंचाव के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इनसे घबराने की आवश्यकता नहीं है यह वैक्सीनेशन का एक भाग होता है जिसमें इम्युनिटी डेवलप होती है।

मीडिया की भूमिका अहम

इससे पूर्व पीआइबी के अपर महानिदेशक अभिषेक दयाल ने सभी का स्वागत करते हुए वैक्सीनेशन कार्यक्रम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मीडिया की भूमिका को अहम बताया। पीआइबी के सुनील तिवारी ने आम लोगों के बीच वैक्सीन को लेकर विश्वास बढ़ाने  गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने  अधिकारिक सूचना प्रदान करने और फैक्ट चेक करने पर जोर दिया।

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