वेबवर्क के बाद एड्समैट्रिक्स ने लाखों लोगों को ठगा
नोएडा ! देश के कई राज्यों में क्लिक के जरिए पैसा कमाने का काला कारोबार नोएडा में नहीं फैला बल्कि नया मामला गुजरात के अहमदाबाद का है।;
नोएडा ! देश के कई राज्यों में क्लिक के जरिए पैसा कमाने का काला कारोबार नोएडा में नहीं फैला बल्कि नया मामला गुजरात के अहमदाबाद का है। यहा एड्स मैट्रिक्स नाम की कंपनी ने नोएडा के दर्जनों लोगों से लाखों रुपए क्लिक के एवज में ऐठ लिए। एब्लेज का खुलासा होने के बाद इस कंपनी ने भी निवेशकों को पैसा देना बंद कर दिया। पीडि़त द्वारा कंपनी के निवेदश को संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन ऑफिस व नंबर दोनों ही फर्जी निकले।
पीडि़त आज एसटीएफ से मामले की शिकायत करेंगे। एब्लेज, वेबवर्क, एडवर्क के बाद एड्स मैट्रिक्स के पीडि़त भी अपने पैसों को लेकर चिंतित है। उनका लाखों रुपए कंपनी में फंस चुका है। सेक्टर-44 पीडि़त माधव आर्या ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर अहमदाबाद स्थित एड्समैट्रिक्स कंपनी से दो लाख रुपए से ज्यादा रकम देकर आईडी ली थी। इसी तरह प्रदीप तिवारी 23 हजार रुपए व गोपाल शर्मा ने 11500 रुपए कंपनी के खाते में जमा कर आईडी ली थी। शुरुआत में उनकी आईडी पर लिंक भेजा गया। जिसको क्लिक करने पर प्रति क्लिक उन्हें पांच रुपए दिए गए। साथ ही बीस लिंक शेयर करने पर उनके खातों में 100 रुपए तक ट्रांसफर किए गए। लेकिन फरवरी में एब्लेज कंपनी के खुलासे के बाद से ही एड्स मैट्रिक्स कंपनी ने लिंक भेजना बंद कर दिया। साथ ही खातों में पैसा आना भी बंद हो गया। इसके बाद पीडि़तों ने कंपनी के निदेशक कमलेश कुशवाहा से संपर्क किया। उसने बताया कि अब यह काम बंद कर दिया गया है। फिलहाल कंपनी आपके पैसों से एक प्रोडेक्ट बाजार में लाने जा रही है। जिसमे आपको डबल फायदा होगा। इसके कुछ दिनों बाद न तो निदेशक का फोन मिल रहा है और न ही बताए गए पते पर इस तरह की कोई कंपनी मिली है। पीडि़तों की माने तो नोएडा के कई दर्जन लोगों ने कंपनी की आईडी ले रखी है। फिलहाल इस मामले की शिकायत वह एसटीएफ से करेंगे।
कंपनी ने एब्लेज व एड्सवर्क की तरह ही तीन तरह के पैकेज या ऑफर लोगों को दिए थे। जिसमें 2875 आईडी लेने पर प्रतिदिन पांच क्लिक और 25 रुपए कमाने का ऑफर दिया गया था।
इसी तरह इी तरह 5750 रुपए की आईडी लेने पर प्रतिदिन 10 क्लिक और 50 रुपए वहीं 11500 आईडी लेने पर प्रतिदिन बीस क्लिक और 100 रुपए कमाने की ऑफर दिया गया। क्लिक का यह कारोबार फेसबुक के जरिए आपरेट किया गया। जिसमे लिंक भी फेसबुक की आईडी पर भेजा गया। वहां क्लिक करते ही कंपनी द्वारा गई आईडी शो होती साथ ही आपके पैसा खाते में ट्रांसफर हो जाते थे।