पदोन्नति का लाभ और 38 माह से नहीं मिला वेतन
कई वर्षों से पदोन्नति के लिए कार्यालयों का चक्कर लगा रहे एक पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता को न तो पदोन्नति मिली बल्कि 38 माह से वेतन भी अप्राप्त है;
कोरबा। कई वर्षों से पदोन्नति के लिए कार्यालयों का चक्कर लगा रहे एक पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता को न तो पदोन्नति मिली बल्कि 38 माह से वेतन भी अप्राप्त है।
स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने परेशान होकर पूर्व में इच्छामृत्यु की मांग की थी जिसे पुन: कलेक्टर जनदर्शन में दोहराया है। जिला मुख्यालय पहुंचे करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम गिधौरी निवासी अरविंद कुमार नायक पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता के तौर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करतला में पदस्थ है।
उसका कहना है कि 9 फरवरी 1998 से कार्यरत होने के बाद भी उसे तृतीय श्रेणी कर्मचारी पद पर पदोन्नति नहीं दी जा रही है। वर्ष 2012-13 के संभागीय सुपरवाइजरों की कुल पदोन्नति सूची में वरिष्ठता के आधार पर उसका छठवां स्थान था लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा इसकी सूचना उसे आज तक नहीं दी गई।
उसके स्थान पर कनिष्ठ कर्मचारियों को सुपरवाइजर बना दिया गया है। पदोन्नति के बाद भी वह चतुर्थ श्रेणी में रहकर काम करने को मजबूर है। चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्य नहीं करने के कारण 38 माह से उसका वेतन रोक दिया गया है। इसकी सूचना कलेक्टर जनदर्शन में गत 13.06.2016 को उसने दी थी।
साथ ही इच्छामृत्यु की मांग करते हुए आवेदन भी कलेक्टर को दिया था इसके बाद भी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया। उसे न तो पदोन्नति दी जा रही है और न ही रोका गया वेतन जारी किया जा रहा है। उसने पुन: कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचकर इच्छामृत्यु की मांग दोहराई है।