गोमपाड़ में कथित नक्सली मुठभेड को आप नेता सोना सोरी ने बताया फर्जी
छत्तीसगढ के सुकमा जिले के गोमपाड़ में कथित नक्सली मुठभेड़ के मामले ने तूल पकड़ लिया है;
सुकमा। छत्तीसगढ के सुकमा जिले के गोमपाड़ में कथित नक्सली मुठभेड़ के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पिछले दो दिनों से फर्जी मुठभेड़ में आदिवासी युवती रामे को तालाब में मछली पकड़ने के दौरान गोली मारने का आरोप लगाने वाली आम आदमी पार्टी (अाप) नेता सोनी सोरी ने पत्रकार वार्ता कर दोबारा से गोमपाड़ मुठभेड़ को पूरी तरह से फर्जी बताया, तो वहीं जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बताया कि अस्पताल में भर्ती सोयम रामे माओवादियों के क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन की सदस्य है।
बताया गया है कि पहले तो गांव वालों ने मुठभेड़ के बाद किंदरेलपाड़ गांव में रखकर घायल महिला नक्सली रामे का इलाज किया। इसके बाद कुछ दिनों तक मल्लेमपेंटा में रखकर महिला का उपचार किया गया। तबीयत बिगड़ने के बाद रामे के परिजन और गांव वालों ने उसे भद्राचलम अस्पताल में एडमिट कराया है। महिला के स्वास्थ्य में सुधार होते ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा। एसपी के इस बयान के बाद सोनी सोरे ने रामे की गिरफ्तारी का विरोध करने और एसपी कार्यालय का घेराव करने की घोषणा कर दी है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 20 दिसंबर को गोमपाड़ इलाके में दो बार नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में खून से सनी नक्सली वर्दी, पिट्ठू समेत अन्य नक्सली सामग्री मिली है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मिलिशिया कमांडर गोरम सेंसा मारा गया है। वहीं दो महिला नक्सलियों के घायल होने की सूचना है।
वहीं सोनी सोरी ने घायल महिला रामे उसके परिजनों से हुई बातचीत के आधार पर दावा किया कि गोमपाड़ इलाके में 18 दिसंबर को पुलिस और नक्सलियों के बीच कोई भी मुठभेड़ नहीं हुई। उस दिन दोपहर एक बजे तालाब में मछली पकड़ रहीं चार महिलाओं पर सर्चिंग पर निकले पुलिस के जवानों ने अंधाधुंध फायरिंग की। तीन महिलाएं जैसे-तैसे जान बचाकर भागने में कामयाब हो गईं।
सोयम रामे पैर में गोली लगने के बावजूद कुछ दूर तक भागने के बाद गिर गई।
उन्होंने बताया कि उसके साथ की तीन महिलाओं ने रामे को घायल अवस्था में घर पहुंचाया। घटना के बाद अगले दो दिनों तक गोमपाड़ इलाके में फोर्स का आना-जाना लगा रहा। फोर्स के मूवमेंट से डरकर घायल महिला रामे के परिजनों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल नहीं पहुंचाया। सोनी सोरी ने पत्रकारों को बताया कि रामे बेकसूर है।
रामे उसके परिवार के किसी भी सदस्य का नक्सली संगठन या नक्सली गतिविधियों से किसी तरह का लेना देना नहीं है। सोनी ने कहा कि अगर रामे को नक्सली बताकर पुलिस उसे गिरफ्तार करती है तो जिला मुख्यालय में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। एसपी दफ्तर का घेराव करने की बात कहते हुए सोनी ने कहा कि वे इस बार पुलिस की गुंडागर्दी के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगी।
इस दौरान शिकायतकर्ता सोयम सीता एवं रामे की चाची मडकम लक्ष्मी के अलावा आप पार्टी के सुकमा जिला संयोजक रामदेव बघेल, अरविंद्र कुमार गुप्ता एवं अधिवक्ता प्रियंका भी मौजूद रहीं।