लापरवाही बरतने पर 24 चुनाव कर्मी निलंबित, हो सकता है पुनर्मतदान
हिमाचल प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को हुए लोकसभा चुनाव में लापरवाही बरतने पर निर्वाचन आयोग ने 24 चुनाव कर्मियों को निलम्बित कर उनसे जबाव तलब किया;
शिमला। हिमाचल प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को हुए लोकसभा चुनाव में लापरवाही बरतने पर निर्वाचन आयोग ने 24 चुनाव कर्मियों को निलम्बित कर उनसे जबाव तलब किया है जिनमें पांच प्रीजाइडिंग अधिकारी भी शामिल हैं।
इनमें सबसे भयंकर चूक नालागढ़ के मतदान केंद्र-47 कश्मीरपुर की पोलिंग पार्टी ने की है। इस मतदान केंद्र पर चुनाव कर्मियों ने 36 लोगों के मतदान करने के बाद इन्हें इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(इवीएम) से हटा दिया जिसके लिये चार चुनाव कर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है।
जांच में पता चला कि इस मतदान केंद्र में इवीएम की जांच के लिये मॉकपोल के तहत 50 वोट डाले गए लेकिन इन्हें हटाए बगैर ही मतदान प्रक्रिया शुरू कर दी गई। जब 36 मतदाता अपना डाल चुके तो चुनाव कर्मियों को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने सभी वोट इवीएम से हटा दिये।
इसी तरह की गलती राज्य में चार अन्य मतदान केंद्रों पर चुनावकर्मियों से हुई जहां वे मॉकपोल के वोट इवीएम से हटाना भूल गये। इनमें मंडी संसदीय क्षेत्र के नाचन विधानसभा क्षेत्र का मतदान केंद्र संख्या-44 और सलवाहन का मतदान केंद्र संख्या-18, सरकाघाट का चैक मतदान केंद्र संख्या-65 और कुल्लू जिले का ढालपुर मतदान केंद्र संख्या-38 है। बिलासपुर जिलाे के भगेड़ मतदान केंद्र में मतदान की पूर्व संध्या पर ही वहां तैनात मतदान टीम ने इवीएम की सील तोड़ दी।
निर्वाचन अधिकारी नीरज शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि उपरोक्त लापरवाही के मामलों में 24 चुनावकर्मियों के निलम्बन के आदेश जारी कर इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
उन्होंने बताया कि समस्त जानकारी निर्वाचन आयोग को भी भेजी गई है। आयोग इन मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान करने का फैसला ले सकता है।