फ्लैट के नाम पर 23 लाख रुपऐ की ठगी
कासना कोतवाली क्षेत्र के एनआरआई सिटी सोसायटी में रह रहे सेवानिवृत प्रोफेसर से एक दलाल ने बिल्डर बनकर फ्लैट दिलाने के नाम पर 23 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है;
ग्रेटर नोएडा। कासना कोतवाली क्षेत्र के एनआरआई सिटी सोसायटी में रह रहे सेवानिवृत प्रोफेसर से एक दलाल ने बिल्डर बनकर फ्लैट दिलाने के नाम पर 23 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है।
आरोप है कि दलाल ने उनके फ्लैट को किसी और को बेच दिया था उसका पैसा भी नहीं दिया। पीड़ित ने कासना कोतवाली व आईजीआरएस में शिकायत की जा चुकी है। पीड़ित ने बताया कि पुलिस ने एक दोनों की बीच में समझौता भी करा दिया था जिसमें तय हुआ था कि आरोपी सारा पैसा चुका देगा लेकिन आरोपी ने अभी तक रुपए नहीं दिए है।
कासना कोतवाली क्षेत्र के एनआरआई सिटी सोसायटी में रहने वाले पीड़ित सहसराम त्रिपाठी ने बताया कि उनकी बेटी महाश्वेता नॉलेज पार्क स्थित एक कॉलेज से लॉ की छात्रा रही थी। पीड़ित ने बताया कि आरोपी की पत्नी भी लॉ की पढ़ाई कर रही थी। वह भी एनआरआई सिटी में रहता है।
पीड़ित की बेटी की आरोपी की पत्नी से दोस्ती हो गई व आरोपी का अपनी पत्नी के साथ उनके घर आने जाने लगे। आरोपी ने खुद को बिल्डर बताया और गढ़ी चौखंडी में बन रहे एक सोसायटी में दो कमरें का एक फ्लैट महज 27 लाख रुपए में देने का झांसा दिया।
वह आरोपी के झांसे में आकर अपनी बेटे चंद्रकांत तिवारी के खाते से 7.5 लाख रुपए, बेटी महाश्वेता के खाते से 10 लाख, भाई के खाते से 5 लाख सहित 27 लाख रुपए दे दिया। आरोपी ने 2016 में लैट की रजिस्ट्री करने को कहा, लेकिन अभी तक रजिस्ट्री नहीं की। जानकारी करने पर पीड़ित को पता चला कि आरोपी ने वो ही लैट को किसी और को बेच दिया। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने जनवरी 2017 में कासना पुलिस से शिकायत की।
पुलिस ने आरोपी से समझौता करा दिया और आरोपी ने 5 लाख का चेक दिया। इसके साथ हर तीन महीने में पांच लाख रुपए देने का वादा किया। आरोप ने सिर्फ 5 लाख रुपए ही दिए हैं। जबकि 23 लाख रुपए अभी नहीं मिला है। अब आरोपी पैसा देने से इनकार कर रहा है। कासना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार वर्मा ने बताया कि पीड़ित व आरोपी के बीच में पूर्व में समझौता हो गया था लेकिन आरोपी समझौते के अनुसार रुपये नहीं दे रहा है इसलिए उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।