योग से सभी दुर्लभ बीमारियों का इलाज संभव
बीएएमएस छात्रों को अर्न्तराष्ट्रीय योग दिवस के तहत कराया गया योगाभ्यास

ग्रेटर नोएडा। योग के द्वारा सभी असाध्य रोग बिना किसी दवाई या आपरेशन आदि के बिना, मनुष्य स्वयं नियमित योगासन क्रिया से ठीक कर सकता है। अष्टांग योग का तीसरा भाग आसन है और शरीर का तोडना-मोडना आसन नही है।
आसन उम्र, वातावरण, प्रकृति और शरीर में आये विकार के अनुसार किये जाते है, जैसे कि गोमुख आसन असाध्य गठिया रोग ठीक करता है। मत्स्येन्द्रासन मधुमेह रोग को समाप्त कर सकता है।
धनुरासन पीठ के दर्द खत्म करता है, काग आसन पेट के रोग दूर करता है। उपरोक्त विचार पंतजलि योग पीठ से आयें योगाचार्य स्वामी प्राणदेव महाराज ने बीएएमएस छात्रों को नवम् अर्न्तराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने विचार व्यक्त कियें।
नवम् अर्न्तराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में योग सप्ताह (15 जून से 21 जून 2023) तक के क्रम में ईशान आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एण्ड रिसर्च सेन्टर के तत्वाधान में योगाचार्य स्वामी प्राणदेव महाराज (पंतजलि योग पीठ) के निर्देशन में योग शिविर का आयोजन किया गया।
इसी क्रम में कालेज के चेयरमैन डा. डी.के. गर्ग ने कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुये करोगे योग तो रहोगे निरोग का विचार व्यक्त करते हुये बताया कि, योग एवं मंत्रोचर के नियमित पालन से व्यक्ति का सर्वांगीण विकास होता है।
योग एवं मंत्रोचार ही एक ऐसी विधा है जिससे हमारा भारत देश विश्व गुरू बनने की दिशा में अग्रसर हो रहा है, विशेष रूप से बीएएमएस के छात्रों को समझाया कि योग एवं मंत्रोचर की विधा का प्रतिदिन अपनी दिनचर्या में शामिल करे तथा अपने मित्र एवं पडोसी सभी को इसके लिये प्रेरित करें।


